चट होगा आपका विवाह नहीं करना होगा इंतजार,बस ये कर लें
बहुत प्रयास के बाद में यदि किसी कन्या को वर नहीं मिल रहा है या किसी युवक का विवाह नहीं हो रहा है तो आज हम आपको एक
आसान रास्ता बताएंगे जिस को अपनाने से आपकी यह समस्या समाप्त हो जाएगी आपको विवाह के लिए इंतजार नहीं करना
चौक गए ना।जी हां हमारे हिंदू धर्म में वाराणसी में स्थित एक मंदिर है जिसमें दर्शन मात्र से कन्या को वर या वर्ग कन्या मिल जाती है मतलब आपका घर बस जाता है आपकी उत्सुकता को हम दूर कर देते हैं।
चौक स्थित संगठन मंदिर के पीछे स्थित मां कात्यायनी देवी का मंदिर है वहां दर्शन मात्र से कुंवारों का विवाह हो जाता है मान्यता है कि मां के आशीर्वाद से सभी रुके कार्य तेज गति से सिद्ध हो जाते हैं।
कथा है कि कत नामक एक प्रसिपस्या पर उनकी इच्छानुसार भगवती उनकी पुत्री के रूप में प्राकट्य हुई। अश्विन कृष्ण चतुर्दशी को जन्मी भगवती ने शुक्ल पक्ष की सप्तमी, अष्टमी एवं नवमी तक ऋषि कात्यायन की पूजा ग्रहण की और दशमी के दिन महिषासुर का वध किया था। इनका स्वरूप अत्यन्त भव्य एवं दिव्य है। भगवती चार भुजाओं वाली हैं। एक हाथ वर मुद्रा दूसरा अभय मुद्रा में है। तीसरे हाथ में कमल पुष्प और चौथे हाथ में खड्ग सुशोभित है। मां सिंहारूढ़ा हैं। जो साधक मन, वचन एवं कर्म से मां की उपासना करते हैं उन्हें वे धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष के फल प्रदान करती हैं और शत्रु का विनाश कर भय से मुक्ति दिलाती हैं कात्यायनी देवी ।
नवरात्र के छठवें दिन देवी कात्यायनी का दर्शन-पूजन होता है। जिन कन्याओं के विवाह समय से नहीं हो रहे हैं या विवाह में अनेक अड़चनें आ रही हैं उन्हें देवी के इसी स्वरूप का दर्शन करना चाहिए। इनका मंदिर चौक स्थित संकठा मंदिर के पीछे है।