25 जिलों के 11.09 लाख लोग प्रभावित; पिछले 24 घंटों में 4 मौतें
नई दिल्ली। पूरे पूर्वोत्तर में भारी बारिश जारी है, असम सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों में से एक है, जहां कई जिले भारी बारिश और बाढ़ और भूस्खलन सहित बारिश की चपेट में हैं। ताजा अपडेट के अनुसार, 25 जिलों में लगभग 11.09 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में भूस्खलन हुआ है,वहीं मानस,पगलाड़िया,पुथिमारी,कोपिली,गौरांग और ब्रह्मपुत्र नदियों सहित कई क्षेत्रों में जल स्तर कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है।
इसके अलावा,पिछले 24 घंटों में बारिश से संबंधित घटनाओं में दो बच्चों सहित चार लोगों की मौत हो गई है, जिससे कुल मरने वालों की संख्या 44 हो गई है। दोनों बच्चों की पहचान हुसैन अली (11) और अस्मा खातून (8) के रूप में हुई है।
उनके अलावा,गुरुवार को दीमा हसाओ और उदलगुरी जिलों में बाढ़ में दो अन्य लोगों की भी जान चली गई।
इस बीच,गुवाहाटी क्षेत्र में शहरी बाढ़ और सड़क अवरुद्ध होने की घटनाएं सामने आई हैं। गुवाहाटी में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश जारी रहने से लगातार जलभराव और भूस्खलन से जनजीवन ठप हो गया है।
पूरी बारिश की स्थिति पर नजर रख रहे जिला प्रशासन ने स्थिति को ध्यान में रखते हुए लोगों से कहा है कि जब तक जरूरत न हो अपने घरों से बाहर न निकलें। साथ ही प्रशासन की ओर से राहत कार्य भी किया जा रहा है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, जहां 25 जिलों में 11 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं, वहीं 61,000 लोग अब राज्य के प्रभावित क्षेत्रों में खोले गए 170 राहत शिविरों में हैं।
आईएमडी ने 17 जून तक की भारी बारिश भविष्यवाणी
राज्य में भारी बारिश के कहर को देखते हुए, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भी 17 जून तक पूरे पूर्वोत्तर में तीव्र वर्षा की भविष्यवाणी की है। साथ ही, 16-18 जून के बीच असम में अलग-अलग क्षेत्रों में अत्यधिक भारी वर्षा की भविष्यवाणी की गई है।
जबकि असम के कुछ हिस्सों, साथ ही मेघालय में पहले से ही भारी बारिश हो रही है, मंगलवार से गुरुवार तक दोनों क्षेत्रों के लिए एक ‘रेड अलर्ट’ और शुक्रवार और शनिवार को ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है।
राज्य में राहत शिविर और राहत वितरण केंद्र भी संचालित किए जा रहे हैं जबकि प्रशासन ने निर्देश जारी कर शिक्षण संस्थानों को शनिवार तक बंद रखने को कहा है।