अर्थी पर लेटे छात्र:जबरदस्ती 3 छात्र नेताओं को हॉस्पिटल में किया गया एडमिट
प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र और पुलिस के बीच फिर भिड़ंत हो गई। शनिवार आधी रात सैकड़ों की संख्या में फोर्स पहुंचने पर छात्रों को अंदेशा हो गया कि पुलिस रात में उन्हें जबरन यहां से हटाने का प्रयास करेगी। रात में ही छात्र भी जुटने लगे। लेकिन पुलिस ने सख्ती बरती और अनशन पर बैठे NSUI के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव, छात्रनेता अजय यादव सम्राट और गोलू को वहां से उठाकर बेली अस्पताल पहुंचा दिया। पुलिस का कहना है कि तीनों छात्रनेताओं की अनशन पर रहने की वजह से हालत बिगड़ गई थी। इसलिए डॉक्टर की सलाह पर इन छात्रनेताओं को अस्पताल भेजा गया है।
यहीं मर जाएंगे लेकिन नहीं जाएंगे अस्पताल
देर रात विश्वविद्यालय पुलिस छावनी में तब्दील हो गई। पुलिस अजय यादव सम्राट को जबरन गाड़ी में बैठाने का प्रयास करने लगी तो छात्रों ने वहां लकड़ी इकट्ठा कर सम्राट को उस पर लिटा दिया। सम्राट ने कहा, “हम यहां से जाएंगे नहीं हम यहीं पर मर जाएंगे।” लेकिन दर्जनों पुलिस ने सम्राट समेत तीनों छात्रों को उठा ले गई। छात्र पूरी रात फीस वृद्धि और अनशन का विरोध करते रहे और विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
26 दिन से अनशन पर बैठे हैं यह छात्र
दरअसल, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 400% फीस वृद्धि के विरोध में छात्र 6 सितंबर से अनशन पर बैठे हैं। यह लगातार फीस वृद्धि के विरोध में अलग अलग तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। डाक्टर अनशन पर जाकर इन छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कर रहे थे। कुछ छात्र पहले भी ज्यादा अस्वस्थ हो गए थे तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। अब तीन और छात्रनेता की तबियत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में जिंदा छात्रों की शव यात्रा
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि के विरोध में चल रहा छात्रों का आंदोलन शुक्रवार को 25वें दिन भी जारी रहा। अलग अलग तरीकों से छात्र अपना विरोध प्रदर्शन जाहिर कर रहे हैं। अनशन पर बैठे चार छात्र नेता अजय यादव सम्राट,छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष NSUI के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव,सिद्धार्थ कुमार गोलू,तथा समाजवादी छात्र सभा के जिला महासचिव शिव शंकर सरोज अनशन पर बैठे हैं।
शुक्रवार दोपहर छात्रों ने इन छात्रों की शवयात्रा निकाली। शवयात्रा को पूरे विश्वविद्यालय कैंपस में भ्रमण कराया गया। इतना ही नहीं छात्र इन छात्रों को शव मानकर उन्हें कंधे पर रखा। शरीर पर रामनामी कपड़ा भी रखा गया था। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही।