कोहरे और गलन से यूपी में जनजीवन बेहाल: कानपुर सबसे ठंडा, मौसम विज्ञानी बोले- नए रिकॉर्ड बनाएगी ठंड

कोहरे और गलन से यूपी में जनजीवन बेहाल: कानपुर सबसे ठंडा, मौसम विज्ञानी बोले- नए रिकॉर्ड बनाएगी ठंड
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लखनऊ |उत्तर प्रदेश में पारे का ग्राफ लगातार नीचे गिरता जा रहा है। सोमवार रात से मंगलवार की सुबह तक प्रदेश में पारा 3.6 डिग्री तक जा पहुंचा। मौसम विभाग ने ठंड और बढ़ने व प्रदेश के अन्य जिलों में पारा गिरने व कोहरा बढ़ने के आसार जताए हैं। जनवरी के तीसरे हफ्ते में बूंदाबांदी के भी आसार जताए जा रहे हैं। मौसम विभाग के सुबह साढ़े आठ बजे के ऑब्जरवेशन के मुताबिक, कानपुर में न्यूनतम पारा 3.6 डिग्री दर्ज किया गया। अयोध्या में 5.5 और बाराबंकी में 6.6 डिग्री रहा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नजीबाबाद में 4 डिग्री और मुजफ्फरनगर में 5.2 डिग्री रहा।

सेवानिवृत्त वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एचआर रंजन के मुताबिक, कानपुर और नजीबाबाद शीत लहर की चपेट में सर्वाधिक हैं। जबकि हमीरपुर, मेरठ, आगरा, अलीगढ़ आदि शहरों में ठंडे दिन ने लोगों को बेहाल कर जनजीवन को अस्तव्यस्त कर दिया। लखनऊ में न्यूनतम पारा 7.6 डिग्री तक पहुंचा।

मौसम विभाग का अनुमान है कि इस बार सर्दियां लंबी तो नहीं पर रिकॉर्ड तोड़ने वाली जरूर हो सकती हैं। एचआर रंजन के मुताबिक, मंगलवार से दो दिन और कोल्ड डे कंडीशन सक्रिय रहेगी। दिन में ठंड रहेगी। इसके बाद पांच से सात जनवरी तक सूखी ठंड रहेगी, जो चुभने वाली हो सकती है। 08 से 12 जनवरी के बीच न्यूनतम पारे के गिरकर तीन से चार डिग्री तक आने के आसार हैं। 20 से 22 जनवरी के आसपास बादल छाए रहने के आसार हैं। बूंदाबांदी भी हो सकती है। इसके बाद तापमान फिर सामान्य की ओर बढ़ेगा। ठंड कम होगी, हालांकि अचानक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता फरवरी के पहले हफ्ते में बूंदाबांदी करवा सकती है।

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इस सीजन में तीन बार बूंदाबांदी के आसार हैं। तापमान तीन डिग्री तक आया तो साल 2014 का रिकॉर्ड टूटेगा। उस साल आठ जनवरी को पारा इतना ही रहा था। बीते वर्षों में जनवरी में पारे की बात करें तो वर्ष 2017 में न्यूनतम पारा .1 डिग्री तक आया था। 2019 में यह 5.3 डिग्री था। बीते साल 2022 में यह 4.5 डिग्री रहा था।

बारिश का ट्रेंड बीते वर्षों में
बीते 12 सालों के ट्रेंड के मुताबिक जनवरी के दूसरे पखवारे के आसपास अच्छी बारिश हुई है। 2021 में यह एक मिमी. ही रही, लेकिन 2020 में 39.2 मिमी. बारिश हुई थी। 2012 में तो 55.4 मिमी पानी गिर चुका है। वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक सीएम नौटियाल कहते हैं कि 72 साल बाद पहली बार लगातार तीन ला निनया हो रहे हैं। नतीजतन भारत में अधिक सर्दी हो रही है। अफगानिस्तान, ईरान और हिंदुकुश से होती हुई सर्द जेट स्ट्रीम भारत की ओर बढ़ेगी। सोमवार की शुरुआत भी कोहरे के साथ हुई। पूरे दिन राजधानी कोहरे की चादर से ढकी रही। बीच में कुछ देर के लिए धूप निकली पर यह बेअसर रही। इस दौरान दिन का तापमान सामान्य से 3.9 डिग्री लुढ़क कर 17 डिग्री दर्ज हुआ। न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रहा।


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