मनीष कश्यप की रिहाई की मांग कर रहे समर्थक, 3000 KM पैदल चलकर पहुंच गए तमिलनाडु
तमिलनाडु। तमिलनाडु की जेल में बंद यूट्यूबर मनीष कश्यप की रिहाई के लिए उनके समर्थक हर तरह की जद्दोजहत कर रहे हैं। अब अलग-अलग राज्यों से उनके समर्थक 3 हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा करके रिहाई के लिए तमिलनाडु के मदुरई पहुंचे हैं। कुछ समर्थकों ने तो जेल में मनीष से मुलाकात भी की।
इस जत्थे में अलग-अलग राज्यों से आए उनके सपोर्टर हैं जिनके हाथ में तिरंगा झंडा और एक बैनर है। इस बैनर पर मनीष की फोटो लगी है और लिखा है हां मैं भी मनीष कश्यप हूं। कोई झारखंड, बिहार तो कोई राजस्थान तो कोई महाराष्ट्र से पैदल चलकर मुदरई की सड़कों पर मनीष की रिहाई की मांग कर रहे हैं। इनका कहना है कि मनीष को गलत तरीके से फंसाकर उनके उपर NSA लगाया गया है। समर्थकों ने बिहार सरकार से बिहार के लड़के की रिहाई के लिए कदम उठाने की भी मांग की।
मनीष कश्यप पर लगा है NSA
गौरतलब है कि मनीष कश्यप के खिलाफ तमिलनाडु में कथित तौर पर बिहारी मजदूरों के साथ मारपीट के भ्रामक वीडियो फैलाने का आरोप है। वो अभी तमिननाडु के जेल में बंद हैं। सरकार द्वारा लगाए गए NSA पर तमिलनाडु के राज्यपाल रविंद्र नारायण रवि ने अपनी मंजूरी दे दी है। राज्यपाल ने राज्य सरकार के निर्णय को सही ठहराते हुए अपनी मुहर लगा दी है। अब फैसले के चलते में मनीष को 11 महीने तक लगातार तमिलनाडु की जेल में ही बंद रहना पड़ेगा। पर एक मां को उम्मीद है कि उसका बेटा जल्द ही घर वापस आएगा। अब यह देखना होगा कि एक मां की अर्जी पर बाबा की कब कृपा बरसती है ।
सुप्रीम कोर्ट से भी नहीं मिली थी राहत
मनीष कश्यप ने 18 मार्च को सरेंडर किया था जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इससे पहले कोर्ट ने मनीष को पुलिस कस्टडी में भेजा था। बात में कोर्ट में मामले की सुनवाई पुरी होने के बाद जेल भेज दिया। मनीष के वकील ने रिहाई के लिए सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया मगर निराशा ही हाथ लगी।