खतरनाक होता जा रहा है चक्रवाती तूफान बिपरजॉय,पीएम ने समीक्षा बैठक में दिए ये निर्देश

खतरनाक होता जा रहा है चक्रवाती तूफान बिपरजॉय,पीएम ने समीक्षा बैठक में दिए ये निर्देश
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नई दिल्ली। पीएम मोदी ने चक्रवात बिपरजॉय पर ली समीक्षा बैठक में कहा कि नुकसान होने की स्थिति में तत्काल मदद के लिए तैयारियों के साथ आवश्यक सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित करें। पीएम की बैठक में मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि तूफान 15 जून को दोपहर में सौराष्ट्र और कच्छ में मांडवी और कराची के बीच जखाऊ बंदरगाह के पास टकराएगा। 125-130 किलोमीटर के बीच तेज हवाएं चलेंगी जो बढ़कर 145 किलोमीटर तक हो सकती हैं।

पीएम ने करीब एक घंटे तक की बैठक
पीएम नरेंद्र मोदी ने करीब 1 घंटे तक तूफान पर समीक्षा बैठक की है। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह,पीएमओ और गृह मंत्रालय के अधिकारी मौजूद रहे।

बिपरजॉय पर क्या बोले आईएमडी के महानिदेशक?
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय धीरे-धीरे 5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की दिशा में आगे बढ़ रहा है और 14 जून के बाद इसकी दिशा बदलेगी। 15 जून की दोपहर तक 125-135 किमी/घंटा की रफ्तार से एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान सौराष्ट्र,कच्छ और पाकिस्तान के तट से टकराएगा। 14-15 जून को सौराष्ट्र, कच्छ में तेज बारिश होगी।

गुजरात के गृह मंत्री की लोगों से अपील
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने द्वारकाधीश मंदिर में पूजा की है। उन्होंने कहा कि जैसा कि भविष्यवाणी की गई है कि 13-15 के बीच द्वारका में तेज हवा और बारिश होगी। मैं सभी तीर्थयात्रियों से 16 तक द्वारका की अपनी योजनाओं को पुनर्निर्धारित करने का अनुरोध करता हूं। देवभूमि द्वारका जिला प्रशासन पिछले कुछ दिनों से तटीय क्षेत्र में स्थित गांवों (समुद्र से 5 किमी के दायरे में 38 गांव और 10 किमी के दायरे में 44 गांव) से लगभग 4100 परिवारों को अन्य क्षेत्रों में स्थानांतरित कर रहा है।

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महाराष्ट्र में लोग जा रहे समुद्र के पास
अरब सागर में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के चलते महाराष्ट्र के कोंकण समुद्री किनारे के इलाके में भी समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं। मौसम विभाग ने लोगों से समुद्र किनारों से अगले 3 दिनों तक दूर रहने को कहा है लेकिन लोग फिर भी अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।

सौराष्ट्र और कच्छ के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने पूर्व-मध्य और उससे सटे पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के मद्देनजर गुजरात में सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

कच्छ के तटीय इलाकों में धारा 144 लागू
कच्छ जिले के तटीय इलाकों में धारा 144 लागू की गई है और स्थानीय प्रशासन सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्रों में समुद्र के करीब रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है। आईएमडी ने प्रभावित क्षेत्रों में मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों को पूरी तरह से रोकने की सलाह दी है और मछुआरों को 15 जून तक मध्य अरब सागर और सोमवार को उत्तर अरब सागर में नहीं जाने का निर्देश दिया है।

मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों पर रोक
गुजरात के उत्तरी और दक्षिणी तटीय क्षेत्रों में मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों पर रोक लगा दी गयी है और इन जिलों में समुद्र से लोगों को निकाला जा रहा है। देवभूमि द्वारका में अधिकारियों ने बताया कि अब तक करीब 1,300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

अधिकारियों ने पीएम को दी जानकारी
पीएम को बैठक में दी गयी प्रस्तुति के अनुसार कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में 15 जून सुबह से शाम तक 125 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ तूफान आ सकता है और हवा की रफ्तार 145 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।

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पीएम मोदी ने की बैठक
पीएम मोदी ने सोमवार को चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से संबंधित हालात की समीक्षा की। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि बिपरजॉय के बहुत प्रचंड चक्रवाती तूफान के रूप में सौराष्ट्र-कच्छ के तटीय क्षेत्र में दस्तक देने की संभावना है।

बैकग्राउंड
चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय के बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होता जा रहा है। मुंबई से लेकर केरल तक तट पर तेज हवाएं चल रही हैं। समुद्र के बीच से ऊंची लहरें उठकर किनारे से टकरा रही हैं। वहीं सोमवार (12 जून) को सौराष्ट्र-कच्छ तटीय इलाकों में पहुंचने की आशंका के मद्देनजर गुजरात के दक्षिण और उत्तरी तटों पर मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है, साथ ही प्राधिकारी समुद्र तटीय जिलों में रहने वाले लोगों को वहां से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं।

तटीय देवभूमि द्वारका में अधिकारियों ने बताया कि अब तक करीब 1,300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अपने ताजा बुलेटिन में बताया कि इस चक्रवाती तूफान के उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और सौराष्ट्र, कच्छ और मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच पाकिस्तान के तटों को 15 जून को दोपहर तक पार करने की संभावना है। तब तक ये बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बन जाएगा और इस दौरान 125-130 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से हवा चलने की संभावना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को चक्रवाती तूफान बिपारजॉय से संबंधित हालात की समीक्षा की। यह चक्रवात बृहस्पतिवार को गुजरात के कच्छ क्षेत्र में दस्तक दे सकता है। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, पृथ्वी विज्ञान सचिव एम रविचंद्रन, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कमल किशोर और भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र शामिल हुए। बैठक में दी गई प्रस्तुति के अनुसार कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में 15 जून सुबह से शाम तक 125 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ तूफान आ सकता है और हवा की रफ्तार 145 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।

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