मून मिशन कोई बच्चों का खेल नहीं! इजराइल-जापान-रूस हो चुका है फेल,भारत फहराएगा परचम
नई दिल्ली। मिशन चंद्रयान 3 अपने अंतिम पड़ाव में पहुंच गया है। चांद पर लैंडिंग में अब कुछ ही घंटे बाकी रह गए हैं। बुधवार (23 अगस्त) की शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान 3 का लैंडर चांद की सतह पर उतरेगा।
दुनिया की नजर भारत के चंद्रयान मिशन पर
इतिहास रचने को तैयार भारत
इजरायल,जापान,रूस के मिशन हुए फेल
मिशन सफल होता है,तो भारत का परचम पूरी दुनिया में लहराएगा। इस मिशन की सफलता के साथ ही इसरो इतिहास रचेगा। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला भारत पहला देश बन जाएगा।
4 सालों में 4 देशों के मिशन फेल
हालांकि ये मिशन उतना भी आसान नहीं है। पिछले कुछ सालों के मून मिशन पर गौर करें तो इजराइल से रूस तक कई देशों ने चांद पर उतरने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन सभी इसमें नाकाम रहे। साल 2019 में भारत का चंद्रयान 2 मिशन भी असफल रहा था। हालांकि इस असफलता के बाद भारत ही ऐसा इकलौता देश है,जिसने दोबारा हिम्मत जुटाकर चंद्रयान 3 को चांद की तरफ भेजा।
असफल रही कोशिशें
इसके अलावा पिछले चार सालों में इजरायल का बेरेशीट मिशन, जापान का हकूतो-आर मिशन और हाल ही में रूस का लूना-25 मिशन असफल हुआ हैं। बता दें कि इजरायल ने अपना पहला यान बेयरशीट साल 2019 में 21 फरवरी को लॉन्च किया था। 4 अप्रैल को यान ने चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश किया था। हालांकि 11 अप्रैल को लैंडर चांद पर उतरने की कोशिश के दौरान यह क्रैश हो गया था।
वहीं, जापान ने लैंडर हकूतो-आर को दिसंबर 2022 में लॉन्च किया गया था। वहीं,अप्रैल 2023 में चांद पर उतरने से पहले लैंड रोवर से संपर्क टूट गया था और यह मिशन भी असफल हो गया। इसी तरह 11 अगस्त 2023 को रूस ने अपने लूना-25 मिशन को चांद के लिए रवाना कर दिया था। लैंडिंग से ठीक पहले उसके साथ हादसा हुआ और वह चांद की सतहों से टकराकर क्रैश हो गया था।
अब चंद्रयान 3 पर टिकीं सबकी नजर
इन मिशनों के असफल होने के बाद अब सबकी नजरें भारत के चंद्रयान 3 मिशन पर टिकी हैं। चंद्रयान मिशन के सफल होने की काफी ज्यादा उम्मीदें हैं। इस मिशन के सफल होते ही अमेरिका,पूर्व सोवियत संघ (अब रूस) और चीन के बाद चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत चौथा देश बन जाएगा।