BHU में हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों ने दी इमरजेंसी सेवा ठप करने की धमकी,मरीजों का बुरा हाल
वाराणसी। बीते 20 सितंबर को काशी हिंदू विश्वविद्यालय अस्पताल में डॉक्टरों और छात्रों के बीच हुए मारपीट का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। बीते 4-5 दिनों से लगातार इस अस्पताल के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं,वहीं अब उन्होंने इमरजेंसी सेवा भी ठप करने की चेतावनी दे डाली है। इन डॉक्टरों की मांग है कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो और सभी चिकित्सकों को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
दरअसल 20 सितंबर को मरीज को दिखाने को लेकर जूनियर डॉक्टर और छात्रों के बीच बीएचयू अस्पताल में ही मारपीट हो गई थी। घटना से नाराज डॉक्टर 21 सितंबर से हड़ताल पर चले गए और चिकित्सा सुविधाएं ठप हो गईं। डॉक्टरों की मांग है कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए और उनकी सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं। डॉक्टरों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग नहीं मानी जाती है तो वो इमरजेंसी सेवा भी बंद कर देंगे।
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से बढ़ी परेशानी
BHU के जूनियर डॉक्टर को इस मामले पर देश के अलग-अलग मेडिकल एसोसिएशन का भी समर्थन मिला है। BHU डॉक्टर न केवल प्रदर्शन करके बल्कि परिसर में अलग-अलग जगह पर नुक्कड़ नाटक और दूसरे माध्यमों से भी अपना विरोध जता रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ हड़ताल की वजह से दूर-दराज इलाकों से आने वाले मरीजों और उनकी तीमारदारों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को इलाज मिलने में दिक्कत हो रही है, ऐसे में मरीज दर-दर भटकने को मजबूर हैं।
इमरजेंसी सेवा को बंद करने की धमकी
BHU अस्पताल में इलाज के लिए केवल स्थानीय जनपद से नहीं बल्कि दूर-दराज बिहार तक के मरीज आते हैं। ऐसे में हड़ताल के बाद उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इलाज के साथ-साथ मरीजों के साथ आने वाले परिजनों को भी मूलभूत सुविधाओं के लिए भी काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। ऐसे में अब जूनियर डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवा भी ठप करने की धमकी दी है। जिससे मरीजों के लिए बड़ा संकट खड़ा हो सकता है। प्रशासन की ओर से डॉक्टरों को समझाने की कोशिश की जा रही है,लेकिन वो अपनी मांगों पर अड़े हैं।