परिवारवाद एक बड़ी बीमारी,फर्स्ट टाइम वोटर्स से बोले पीएम मोदी
नई दिल्ली। आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस है। लोकतंत्र के महापर्व के इस खास मौके पर प्रधानमंत्री मोदी देश के 50 लाख फर्स्ट टाइम वोटर्स के साथ वर्चुअल संवाद किया। लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस आयोजन को काफी अहम माना जा रहा है। BJP बीते एक दशक से फर्स्ट टाइम वोटर्स पर लगातार जोर दे रही है। चुनावी पंडितों का मानना है कि बीजेपी को इसका फायदा भी हो रहा है।
लोकसभा चुनाव में पहली बार वोट करने जा रहे 7 करोड़ से ज्यादा फर्स्ट टाइम वोटर्स को लुभाने के लिए आज पीएम मोदी खुद मोर्चा संभालते हुए कहा कि आपका एक वोट देश को पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार देगा। आपका एक वोट देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था वाला देश बनाएगा। आपका एक वोट युवाओं का भविष्य सुरक्षित करेगा। आपका एक वोट भारत को अंतरिक्ष में और नए मुकाम पर पहुंचाएगा। इसी के साथ पीएम मोदी ने अपनी सरकार की योजनाएं बताते हुए भविष्य का विजन पेश किया।
पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया सोचती है कि भारत के विकास से उनका भी विकास होगा। आज करप्शन की नहीं बल्कि डिवोशन वाली करप्शन फ्री सरकार है। 2014 के पहले की सरकारों में आए दिन करप्शन की खबरें आती थीं। आज करप्शन की नहीं बल्कि क्रेडिबिल्टी की बात होती है। आज दुनिया भारत पर भरोसा कर रही है। इसलिए मैं ये आपसे फिर से कहता हूं। – ‘यही समय है।।। सही समय है’। भारत दुनिया का सबसे युवा देश है। आपकी ताकत से देश बहुत जल्द तीसरी इकोनॉमी वाला देश बनेगा।
भारत ने दिखा दिया है कि पर्यावरण की रक्षा करते हुए भी हम विकास कर सकते हैं। हम सपने नहीं हकीकत बुनते हैं। हमने हाल ही में देश में एक करोड़ घरों में सोलर बूस्टर पैनल लगाने का फैसला लिया है।
बीजेपी युवा मोर्चा को कमान
पीएम मोदी के इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बीजेपी की युवा मोर्चा टीम ने मेहनत की। युवा मोर्चा के लोग कॉलेज परिसरों, कोचिंग सेंटर्स, स्टेडियम, खेल के मैदानों और दूसरे क्षेत्रों में जा-जाकर उनसे संपर्क स्थापित किए जिसके बाद ये सफल आयोजन हो सका।
‘नमो नव मतदाता’सम्मेलन
लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए रणनीति बनाने में जुटी है। केंद्र और बीजेपी शाषित राज्यों की सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों और फर्स्ट टाइम वोटर पर बीजेपी का मेन फोकस है। इस मुहिम में पीएम मोदी युवा नव मतदाताओं को अपनी सरकार की उपलब्धियों के आधार पर उन्हें पार्टी से जोड़ने की कोशिश करेंगे। बीजेपी का मानना है कि केंद्र सरकार की स्कीमों के लाभार्थी उनके लिए अहम वोट बैंक हैं और इस सबसे बड़े वर्ग ने भी हालिया विधानसभा चुनावों में बीजेपी का साथ दिया है। यही वजह कि केंद्र की सत्ता में हैट्रिक लगाने के लिए बीजेपी फर्स्ट टाइम वोटर को भी खुद से जोड़ रही है।