बिजली कर्मियों का निजीकरण के खिलाफ तीसरे दिन भी प्रदर्शन
वाराणसी (जनवार्ता)। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उ.प्र. के बैनर तले बनारस में बिजली कर्मियों ने तीसरे दिन भी बिजली निजीकरण और उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इसमें अभियंता, अवर अभियंता, नियमित व संविदा कर्मी शामिल हुए।
संघर्ष समिति ने बताया कि 8 से 15 अगस्त तक भिखारीपुर स्थित प्रबंध निदेशक कार्यालय पर दोपहर 2 बजे से तिरंगा लेकर “कारपोरेट सेक्टर पावर सेक्टर छोड़ो” अभियान चलाया जाएगा, जो काकोरी क्रांति के 100 वर्ष पूरे होने पर आधारित है।
निजीकरण से किसानों, गरीब और मध्यम वर्ग को नुकसान होगा, क्योंकि बिजली दरें तीन गुना बढ़ सकती हैं। पावर कॉरपोरेशन ने बिजली दरों में 45% वृद्धि का प्रस्ताव दिया है, जिससे घरेलू दरें 13 रुपये प्रति यूनिट तक हो सकती हैं। साथ ही, एक लाख करोड़ की परिसंपत्तियों को मात्र 6500 करोड़ में और 42 जनपदों की जमीन एक रुपये की लीज पर निजी कंपनियों को देने का विरोध किया जा रहा है।
कार्यक्रम में ई. एस. के. सिंह, नीरज बिंद, अंकुर पाण्डेय, संदीप कुमार, पंकज यादव आदि शामिल रहे।