बलरामपुर : दिव्यांग युवती से दौड़ाकर गैंगरेप
लॉ एंड ऑर्डर पर फिर उठे सवाल
बलरामपुर (जनवार्ता)। जिले में सुनने और बोलने से दिव्यांग एक युवती के साथ दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। जानकारी के अनुसार, मोटरसाइकिल पर सवार शोहदों के एक गिरोह ने युवती का पीछा किया। युवती ने भागकर अपनी जान बचाने की कोशिश की, लेकिन आरोपी उसे पकड़कर ले गए और सामूहिक दुष्कर्म किया।
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें युवती को भयभीत अवस्था में भागते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के डरावने दृश्यों के कारण केवल स्थिर तस्वीरें ही साझा की गई हैं।
राजनीतिक बयानबाजी बनाम जमीनी हकीकत
गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान दावा किया था कि “उत्तर प्रदेश में कोई भी स्त्री आधी रात को गहनों से लदी सुरक्षित घर जा सकती है”। लेकिन ताजा घटनाक्रम इस दावे पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
वर्तमान में प्रदेश में पिछले तीन बार से पुलिस प्रमुख का पद कार्यवाहक के हवाले है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक, महिलाओं के खिलाफ अपराधों में उत्तर प्रदेश देश में पहले स्थान पर है। ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरों तक, महिलाओं के लिए सूरज ढलने के बाद बाहर निकलना जोखिम भरा माना जा रहा है।
विपक्ष का आरोप — बेरोज़गारी और दंगा भड़काने पर फोकस
विपक्ष ने आरोप लगाया है कि सरकार का ध्यान कानून-व्यवस्था सुधारने के बजाय बेरोज़गारी और सांप्रदायिक तनाव भड़काने पर है। हाल ही में विधानसभा में मुख्यमंत्री पर यह आरोप भी लगा कि उन्होंने फ़तेहपुर के दंगाइयों के नाम सार्वजनिक न होने देने का प्रयास किया।