कहर बनकर टूटा पानी का सैलाब, खेत-खलिहान डूबे
चकिया क्षेत्र में भारी तबाही, प्रशासन अलर्ट
चकिया, चंदौली (जनवार्ता)।
रामपुर ग्राम सभा के बहेलियापुर बंधी का तटबंध रविवार की रात पानी के तेज दबाव से टूट गया। सुबह होते-होते स्थिति किसी त्रासदी से कम नहीं दिखी। बंधी टूटते ही सैकड़ों बीघा में खड़ी धान की फसल बर्बाद हो गई। कई घरों में पानी घुस गया जिससे घरों का सामान और पशुओं का चारा भी नष्ट हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि कई घरों में चूल्हा तक नहीं जल सका।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि शनिवार से ही बंधी में रिसाव शुरू हो गया था, जिसकी जानकारी बार-बार अधिकारियों को दी गई, लेकिन समय पर कार्यवाही नहीं हुई। किसानों का कहना है कि अगर समय रहते मरम्मत की जाती तो यह हादसा टल सकता था।
घटना की जानकारी मिलते ही चकिया विधायक कैलाश आचार्य और भाजपा जिलाध्यक्ष काशीनाथ सिंह मौके पर पहुंचे। विधायक ने कहा कि दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी। वहीं, जिलाधिकारी चन्द्रमोहन गर्ग, पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे, उप जिलाधिकारी विनय मिश्रा और सीओ चकिया सहित प्रशासनिक अमला भी मौके पर पहुंचा। डीएम ने निरीक्षण के बाद किसानों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया और कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, पानी की स्थिति भयावह होती देख प्रशासन ने चकिया-नौगढ़ मार्ग को काटकर पानी का निकास कराया। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें फसल का मुआवजा और बंधी की जल्द मरम्मत चाहिए। वहीं प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए गए तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। फिलहाल खेत तालाब में तब्दील हो गए हैं और गांव के लोग प्रशासन की ओर टकटकी लगाए हैं।
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