भारतीय पथ विक्रेता संघ की बैठक में धर्मेंद्र पांडे बने महानगर सचिव
पथ विक्रेताओं के उत्पीड़न पर जताई चिंता
वाराणसी (जनवार्ता) : भारतीय पथ विक्रेता संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक रविवार को संगठन के सेनपुरा स्थित कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में वाराणसी पुलिस द्वारा पथ विक्रेताओं के साथ दुर्व्यवहार और उनके व्यवसाय को हटाए जाने की घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई।
वक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पथ विक्रेताओं के कल्याण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट द्वारा इन योजनाओं के विपरीत कार्य किए जा रहे हैं, जिससे पथ विक्रेताओं को अपने परिवार के भरण-पोषण में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बैठक में यह भी बताया गया कि वाराणसी में टेंपो स्टैंड तो बनाए गए हैं, लेकिन टाउन वेंडिंग कमेटी के अंतर्गत एक भी वेंडिंग जोन स्थापित नहीं हुआ है, जो चिंता का विषय है।
बैठक में संगठन को सशक्त बनाने और पथ विक्रेताओं के उत्पीड़न को रोकने के लिए समाजसेवी एवं सुशासन समन्वय विभाग के जिला संयोजक धर्मेंद्र पांडे को भारतीय पथ विक्रेता संघ का महानगर सचिव नियुक्त किया गया। नियुक्ति के बाद उनका जोरदार स्वागत और अभिनंदन किया गया।
धर्मेंद्र पांडे ने अपने संबोधन में कहा, “मैं पथ विक्रेताओं के हक की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ूंगा और उनके उत्पीड़न को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।”
बैठक की अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष बांकेलाल ने की, जबकि संचालन संस्थापक संयोजक आशीष कुमार गुप्ता ने किया। बैठक में रोशन अग्रहरि, सुनील केसरी, शशि भूषण, रूपेश कुमार जायसवाल, मंगल सिंह, देवेंद्र शाह, सीमा पांडे, सूरज पांडे, शिवजी चौरसिया, ममता गुप्ता, जमुना गुप्ता, गणेश चौरसिया, प्रमोद सिंह, राजा बाबू जायसवाल, शिवकुमार जायसवाल, समाज सेविका काजल तिवारी, पिंकी श्रीवास्तव सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।