कोडीन कफ सिरप : फरार शुभम जायसवाल के वीडियो की फॉरेंसिक जांच शुरू
लखनऊ (जनवार्ता): कोडीनयुक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी के बड़े मामले में फरार आरोपी शुभम जायसवाल का हाल ही में वायरल हुआ 12 मिनट 33 सेकंड का वीडियो अब जांच एजेंसियों के लिए अहम सुराग बन गया है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस वीडियो की गहन फॉरेंसिक जांच शुरू करने का फैसला लिया है। जांच एजेंसियों का दावा है कि इस वीडियो के जरिए शुभम की वर्तमान लोकेशन, इस्तेमाल किए गए डिवाइस और अपलोड की गई डिजिटल ट्रेल का पता लगाया जा सकता है। विशेषज्ञ टीम यह भी जांच कर रही है कि वीडियो असली है या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से तैयार किया गया है।

जांच के दौरान वीडियो किस डिवाइस से रिकॉर्ड किया गया, अपलोड का आईपी एड्रेस क्या है, पहली बार किस देश से इसे शेयर किया गया, साथ ही वीडियो में इस्तेमाल की गई आवाज और चेहरा असली है या एआई-जनरेटेड, इन सभी पहलुओं की पड़ताल की जा रही है। एसटीएफ ने फेसबुक (मेटा) से वीडियो के अपलोड, शेयरिंग और प्रसार से जुड़ी पूरी डिजिटल जानकारी मांगी है।
फरार शुभम जायसवाल ने पिछले सप्ताह सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में खुद को निर्दोष करार दिया था और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निष्पक्ष जांच की मांग की थी। जांच एजेंसियों का कहना है कि यही वीडियो अब उनके लिए आरोपी तक पहुंचने का सबसे बड़ा क्लू बन गया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने 15 दिसंबर को शुभम को लखनऊ कार्यालय में पूछताछ के लिए तलब किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुआ। उसकी आखिरी ज्ञात लोकेशन दुबई बताई जा रही है, जिसके बाद से उसका कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है। इस तस्करी नेटवर्क से जुड़े विकास सिंह नरवे की भी तलाश जारी है।
मामले में गिरफ्तारी पर रोक की मांग वाली कई याचिकाओं पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज भी सुनवाई हो रही है। न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा और न्यायमूर्ति अचल सचदेव की खंडपीठ इस मामले की सुन रही है। जांच एजेंसियां इस बड़े सिंडिकेट को ध्वस्त करने के लिए पूरे राज्य में लगातार छापेमारी और अभियान चला रही हैं।

