खूब बिक रहे आगरा के गजक, खजूर के गुड़ से तैयार बादाम पट्टी, दुकानों पर देर रात तक भीड़
वाराणसी | गुड़ की पट्टी का स्वाद तो सभी ने चखा होगा, लेकिन खजूर से शहद निकालकर बनने वाले गुड़ की बादाम पट्टी के क्या कहने। मकर संक्रांति पर तरह-तरह की पतंग व खाने के आइटम से काशी के बाजार सज गए हैं। कारोबारियों ने ग्राहकों के लिए विशेष उत्पाद मंगाए हैं। कोरोना के कारण पिछले दो साल त्योहारों की रौनक फीकी रही। इस बार हालात सामान्य हैं, ऐसे में लोग खुलकर त्योहार मना रहे हैं। दुकानदार भी ग्राहकों की संख्या बढ़ने से उत्साहित हैं।
विश्वेश्वरगंज और चेतगंज में गुड़ से बनी तरह-तरह की पट्टियां, चूड़ा उपलब्ध हैं। दुकानदार शशांक साहू ने बताया कि खजूर के गुड़ से तैयार बादाम की पट्टी के साथ काले तिल से तैयार लड्डू, बासमती धान का चूड़ा व अन्य आइटम उपलब्ध हैं। इन पट्टियों की कीमत 160 रुपये प्रति किलो से शुरू होकर 600 तक है।
दुर्गाकुंड स्थित किराना दुकान के संचालक अवधेश ने बताया कि आगरा के गजक काफी मशहूर हैं, इस बार ग्राहकों के लिए गुड़ व खाड़ से तैयार गजक उपलब्ध हैं। इनकी कीमत 100 रुपये किलो से शुरू होकर 500 रुपये तक है।
सरकार ईट राइट मिलेट को बढ़ावा दे रही है। वहीं, मकर संक्रांति के लिए सजी तिलकुट और गजक की दुकानों पर भी मोटे अनाज की डिमांड बढ़ गई है। बेटियों के घर खिचड़ी भेजने के लिए लोग लाई के साथ मकई के लावे से तैयार ढूंढा खरीद रहे हैं।