बाहुबली नेता आनंद मोहन ने उनके रिहाई पर विरोध करने वालों को दिया जवाब
पटना। पूर्व सांसद आनंद मोहन जेल से रिहा तो हो गए हैं लेकिन उनके जेल से छूटने को लेकर सियासत जारी है। अब पहली बार आनंद मोहन ने उनके रिहाई के विरोध करने वालों को जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार को लगता है कि मैं दोषी हूं तो मैं फांसी पर चढ़ने को तैयार हूं।
पूर्व सांसद ने आगे कहा कि मैं देश के कानून और संविधान में विश्वास करता हूं। मैंने बिना किसी शिकायत के 15 साल जेल की सजा काटी है मगर कुछ लोग मेरे से जेल से छूटने को लेकर राजनीति कर रहे हैं।
बता दें कि आनंद मोहन ने ये बातें अररिया के फारबिसगंज के एक कार्यक्रम में कही। पूर्व सांसद जेल से छूटने के बाद पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में पहुंचे थे।
कार्यक्रम में आनंद मोहन ने इशारों-इशारों में भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश किसी की जागीर नहीं है। सबने इसे अपने लहू से सींचा है। हर व्यक्ति, हर कौम और हर समाज का बलिदान इसमें शामिल है। ये वो गुलशन है, जिसमें गुलाब, उड़हूल और चमेली सब साथ में लगे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मैं आईएएस जी कृष्णैया की हत्या का दोषी नहीं था। फिर भी 15 साल जेल में बिताए। लवली आनंद ने संसद में चिल्ला-चिल्लाकर कहा कि इस हत्याकांड की सीबीआई जांच कराओ। अगर दोषी है तो फांसी दो लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
वहीं, आनंद मोहन ने उनको अपराधी बताने वालों को भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जहां बड़े नेताओं के बैठने की जगह नहीं थी, वहां हम बैठे। आनंद मोहन क्या है ये जानना है तो लालकृष्ण आडवाणी और नवीन पटनायक से पूछो।