पूर्व डिप्टी मेयर संजय राय को भाजपा ने पार्टी से निकाला, निकाय चुनाव पर पड़ सकता है असर
संजय राय ने कहा पहले ही दे दिया था इस्तीफा,अपमानित कर रहे थे कुछ लोग
वाराणसी(जनवार्ता)। निकाय चुनाव के मतदान से एक दिन पूर्व वाराणसी की राजनीति में बड़ा धमाका हुआ है। भाजपा के पूर्व डिप्टी मेयर और वरिष्ठ नेता संजय राय को पार्टी ने निष्कासित कर दिया।
पार्टी का आरोप है कि वे संगठन के खिलाफ काम कर रहे हैं।वही पिछले 37 वर्षों से पार्टी के लिए समर्पित, संजय राय जो विभिन्न पदों पर रह चुके हैं और कई जिलों के प्रभारी के रूप में सफलतापूर्वक दायित्व निभा चुके हैं, कहते हैं कि मैंने दोपहर में ही प्रदेश अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया है और उसकी प्रति अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट कर दिया था।
संजय राय का भाजपा में बड़ा नाम है। माना जाता है वे जिले के सक्रिय नेताओं में से एक है। विगत काफी दिनों से हाशिए पर डाल दिए गए थे। एक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के काफी नजदीकी माने जाते हैं। संजय राय ने जनवार्ता से कहा कि मैंने अपना इस्तीफा दे दिया है। पार्टी में कोई अपमानित करेगा तो अपमान सहन कर नहीं रहूंगा। उनका इशारा महानगर अध्यक्ष और कैंट के विधायक की ओर है। कहा यह नए लोगों की नई भाजपा है, जहां पुराने समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही है।
निकाय चुनाव पर पड़ेगा असर:
संजय राय के पार्टी छोड़ने से मेयर चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के वोटों पर असर पड़ना लाजमी है। संजय राय भूमिहार जाति से आते हैं और उनकी पकड़ अपनी बिरादरी में अच्छी खासी है।वे जिस क्षेत्र में रहते हैं , वहां भी पार्षद रह चुके हैं तथा लोगो उनका अच्छा खासा प्रभाव हैं ।
आगे की रणनीति के बारे में वे कहते हैं कि रात 8-9 बजे तक अपने समर्थकों से वार्ता कर निर्णय लूंगा।
हो सकता है संजय राय अन्य पार्टी के मेयर प्रत्याशी को समर्थन दे सकते हैं। संजय राय को पार्टी से हटाने को लेकर पार्टी के अंदर ही कुछ नेताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया है ।