‘BJP ने कांग्रेस के कुछ विधायकों को किया किडनैप’,हिमाचल CM सुखविंदर सिंह सुक्खू के लगाए आरोप

‘BJP ने कांग्रेस के कुछ विधायकों को किया किडनैप’,हिमाचल CM सुखविंदर सिंह सुक्खू के लगाए आरोप
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शिमला। हिमाचल प्रदेश राज्यसभा चुनाव के रिजल्ट से पहले प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीजेपी पर कांग्रेस विधायकों को किडनैप करने का आरोप लगाया है। हिमाचल सीएम ने कहा कि सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस का काफिला 5-6 विधायकों को लेकर गया है। मैं कह सकता हूं कि जो लोग चले गए हैं, उनके परिवार वाले उनसे संपर्क कर रहे हैं। मैं उनसे संपर्क करने का आग्रह करता हूं। उनके परिवारों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।

हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जिस तरह से गिनती शुरू हो गई है और विपक्षी नेता बार-बार मतदान अधिकारियों को धमकी दे रहे हैं। वह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। उन्होंने लंबे समय तक गिनती रोक दी थी। मैं हिमाचल बीजेपी इकाई से आग्रह करता हूं नेता धैर्य रखें, लोगों पर दबाव न डालें।

बीजेपी प्रदेश में घटिया राजनीति कर रही
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी प्रदेश में घटिया राजनीति कर रही है। लोकतंत्र में सबको अधिकार है कि वोट किसको देना है या नहीं। ऐसे में बीजेपी की ओर से विधायकों पर जबरन दबाव बनाया गया है। सीएम ने जीत को लेकर भरोसा जताते हुए कहा कि बहुमत कांग्रेस के पास है। मुख्यमंत्री ने कहा काउंटिंग में इसी वजह से देरी हो रही है। उधर, राज्यसभा चुनाव के लिए जारी वोटों की गिनती के बीच शिमला में मतगणना केंद्र के बाहर लोगों का जमावड़ा जारी है।

9 विधायकों को लाई बीजेपी?
सूत्रों की माने तो कांग्रेस सरकार के कुल 9 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। कांग्रेस के 6 और तीन निर्दलीय विधायकों को लेकर बीजेपी चंडीगढ़ आ गई है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस के 6 विधायक इंद्रजीत लखनपाल, चैतन्य शर्मा, सुधीर शर्मा,राजेंद्र राणा, देवेंद्र सिंह भुट्टो, रवि ठाकुर शामिल हैं। वहीं तीन निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा, के एल ठाकुर और होशियार सिंह के नाम सामने आए हैं। सूत्रों के अनुसार पंचकूला में एक सरकारी गेस्ट हाउस में सभी विधायकों को रखा गया है।

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‘क्रॉस वोटिंग’को लेकर कांग्रेस में टेंशन
इससे पहले ‘क्रॉस वोटिंग’ को लेकर कांग्रेस में व्याप्त चिंताओं के बीच हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा की एकमात्र सीट पर मतदान मंगलवार को संपन्न हो गया। मतदान सुबह नौ बजे शुरू हुआ और सभी 68 विधायकों ने वोट डाला। हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष ने सबसे पहले वोट डाला, वहीं चिंतपूर्णी से सत्तारूढ़ दल के विधायक सुदर्शन बबलू ने सबसे अंत में वोट डाला।

‘क्रॉस वोटिंग’ होने की अटकलें
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वोट डालने के बाद कहा कि विधायकों ने पार्टी की विचारधारा के अनुरूप वोट दिया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में हमारे 40 विधायक हैं और यदि विधायकों को खरीदा नहीं गया होगा तो हमें सारे वोट मिलेंगे। सुक्खू की इस टिप्पणी से ‘क्रॉस वोटिंग’ होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। कथित तौर पर अस्वस्थ होने के कारण कांग्रेस विधायक बबलू को हेलीकॉप्टर से विधानसभा लाया गया था।

बीजेपी का दावा
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने दावा किया कि कांग्रेस विधायक बबलू को लाने के लिए मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर भेजा गया, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और उनके वोट की गिनती नहीं किये जाने की मांग की। इससे पहले ठाकुर ने कहा था कि मतदान करना विधायकों का लोकतांत्रिक अधिकार है और यह जरूरी नहीं है कि उम्मीदवार निर्विरोध चुना जाए। ठाकुर ने कहा कि हमने स्थिति को भांप कर उम्मीदवार उतारा था और उम्मीद है कि विधायकों ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर वोट डाला होगा।

अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ हर्ष महाजन
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ हर्ष महाजन को प्रत्याशी बनाया है। बीजेपी ने दावा किया कि महाजन मजबूत स्थिति में हैं क्योंकि कांग्रेस के कई विधायकों ने ‘अंतरात्मा की आवाज सुनकर वोट डालने’ की उनकी अपील पर ध्यान दिया है। महाजन ने कहा कि कांग्रेस नेताओं की भाव-भंगिमा पार्टी के इस दावे का समर्थन नहीं करती कि इसके सभी 40 विधायकों ने सिंघवी के लिए मतदान किया होगा।

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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की यह टिप्पणी कि कई विधायक नाखुश हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राणा को मंत्रालय में जगह दी जानी चाहिए थी, ने ‘क्रॉस वोटिंग’ की अटकलों को हवा दी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है।

कांग्रेस के पास बहुमत तीन बार कांग्रेस के विधायक रहे और राज्य के पूर्व मंत्री महाजन ने सितंबर 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। कांग्रेस के पास 68 में से 40 विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ स्पष्ट बहुमत है। कांग्रेस ने सिंघवी के लिए वोट सुनिश्चित करने के वास्ते अपने विधायकों को ‘व्हिप’ जारी किया था, जिसके बाद भाजपा ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर अपने सदस्यों पर दबाव बनाने के लिए ‘व्हिप’ जारी करने का आरोप लगाया और कहा कि विधायक लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए हैं और उन्हें अपनी इच्छा के अनुसार वोट देने का अधिकार है। भाजपा उम्मीदवार ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त से इस संबंध में शिकायत की है और कांग्रेस उम्मीदवार को वोट देने के लिए उसके द्वारा जारी तीन पंक्ति के व्हिप की ओर उनका ध्यान दिलाया है।


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