सोनभद्र में बच्चों को नमक-रोटी देने के मामले में प्रधानाध्यापक निलंबित



सोनभद्र। घोरावल क्षेत्र के गुरेठ स्थित कंपोजिट विद्यालय में प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को तीन दिन पूर्व दोपहर भोजन के समय कथित नमक रोटी परोसे जाने का मामले में प्रधानाध्यापक, वहां तैनात शिक्षकों और गांव के प्रधान को, दोषी पाया गया है। बीएसए हरिवंश कुमार की तरफ से इसकी रिपोर्ट शिक्षा निदेशक, डीएम सहित अन्य को भेजने के साथ ही, प्रधानाध्यापक रूद्र प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है। वहीं विद्यालय में तैनात अन्य तीन शिक्षकों को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ ही उनसे जवाब मांगा गया है। प्रधान के मामले में डीपीआरओ को पत्र भेज कार्रवाई के लिए कहा गया है। 

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बुधवार को प्राथमिक विद्यालय गुरेठ से जुड़ा बताए जाने वाले तीन वीडियो वायरल हुए तो हड़कंप मच गया। वीडियो गांव के ही कुछ अभिभावकों द्वारा बनाए जाने की बात सामने आई। जैसे ही यह मामला डीएम चंद्रविजय सिंह के संज्ञान में आया, उन्होंने बीएसए को मामले की जांच करने और इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। वहीं मीडिया रिपोर्टों का संज्ञान लेते हुए बीएसए हरिवंश कुमार ने खंड शिक्षा अधिकारी अशोक सिंह को विद्यालय जाकर जांच करने के निर्देश दिए। 

 

बीईओ अशोक सिंह की जांच रिपोर्ट के आधार पर बीएसए की तरफ से शिक्षा निदेशक बेसिक, डीएम सहित अन्य को भेजी रिपोर्ट में बताया गया है कि गत 22 अगस्त को प्रधानाध्यापक और प्रधान की अदूरदर्शिता और सामंजस्य की कमी के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई और शासन की मंशानुरूप भोजन बच्चों को उपलब्ध नहीं हो पाया। प्रधानाध्यापक की लापरवाही से पूरे विभाग की छवि धूमिल हुई है। इसके लिए प्रधानाध्यापक रूद्र प्रसाद और प्रधान रंजना देवी प्रथमदृष्टया दोषी हैं साथ ही विद्यालय में कार्यरत सहायक अध्यापक कुंवर सिंह वैश्य, रमेश कुमार और दीपचंद्र मध्यान्ह भोजन सहित विद्यालय से जुड़े अन्य क्रियाकलापों में कोई रूचि न लेकर अनजान बने रहते हैं। बीएसए हरिवंश कुमार ने बताया कि मामले में प्रधानाचार्य को निलंबित कर इमलीपुर स्थित विद्यालय से संबद्ध कर दिया गया हे। वहीं सहायक अध्यापकों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। साथ ही तीन दिन में उन्हें उपस्थित होकर साक्ष्यों सहित स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है कि क्यूं न उनकी एक वार्षिक वृद्धि रोक दी जाए। प्रकरण में बीईओ दुद्धी महेंद्र कुमार मौर्य को जांच अधिकारी नामित किया गया है। वहीं प्रधान के मामले में आवश्यक कार्रवाई के लिए डीपीआरओ को रिपोर्ट भेजी गई है। 

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Shiv murti

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