“चलो वर्जनाओ को तोड़े और बोले”

“चलो वर्जनाओ को तोड़े और बोले”

वाराणसी(जनवार्ता)। शहर ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी महिला यौन उत्पीड़न सहित कई मामले लगातार प्रकाश में आते हैं बावजूद इसके जिम्मेदार खानापूर्ति करते हुए अपनी पीठ थपथपाने का काम करता है। महिलाओं को यौन उत्पीड़न के विषय पर संवाद एवं सुरक्षा बल पर जागरूक किया।

कमच्छा स्थित वसंत कन्या महाविद्यालय के महिला अध्ययन प्रकोष्ठ ‘उड़ान‘ ने यौन उत्पीड़न पर एक संवाद का आयोजन किया। जिसका विषय ‘चलो वर्जनाओ को तोड़े और बोले ‘ (Let’s break the taboo and speak up ) था। इस दौरान स्वागत करते हुए प्राचार्या प्रो रचना श्रीवास्तव ने आज के दौर में महिलाओं को व्यक्तिगत, सामाजिक और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने पर जोर दिया। कार्यक्रम में
मुख्य वक्ता ममता रानी एडीसीपी, महिला अपराध शाखा वाराणसी ने छात्राओं को यौन उत्पीड़न के कानूनी, तकनीकी एवं व्यवहारिक पक्षो से अवगत कराया। उन्होने समाज में महिलाओं की स्थिति की विवेचना करते हुए विस्तार से बताया कि वैदिक काल से अभी तक महिलाओं की दिशा और दशा मे सकारात्मक परिवर्तन हुआ है। परन्तु इसके पीछे संघर्ष की कहानी बहुत लम्बी है साथ ही उन्होने महिलाओं की सुरक्षा हेतु बने कानूनो, प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क एवं सरकार द्वारा जारी महिला हेल्प लाईन नम्बर के बारे में जानकारी दी। कालेज की छात्राओं ने भी अपनी समस्याओं के निदान हेतु उनसे संवाद किया।
वही रंजना गौड़, सचिव, सार्क ने संवाद को सहभागी परिचर्चा के रूप आगे बढ़ाते हुए छात्राओं को यौन उत्पीड़न के कई पहलुओं के बारे में बताया साथ ही स्वतंत्रता में नियंत्रण आवश्यक है लेकिन अपने सोशल मीडिया इंटरेक्शन को संयमित करने की बात कही।
इस कार्यक्रम का संचालन डॉ सुप्रिया सिंह और धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रियंका द्वारा दिया गया। इस संवाद सत्र में मुख्यरूप से डॉ अंशु शुक्ला (प्रभारी उड़ान ),सिमरन सेठ, योगिता विश्वकर्मा सहित कालेज के शिक्षक एवं शिक्षिकायें मौजूद रहें।

इसे भी पढ़े   खलनायक फ़रार,पत्रकार गिरफ़्तार। बंगाल की घटना व पत्रकार उत्पीड़न के विरोध में सीएम ममता बनर्जी का पुतला दहन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *