आज से G-20 की ‘कमान’ भारत के हाथ;खास मौके पर PM Modi ने कह दी बड़ी बात

आज से G-20 की ‘कमान’ भारत के हाथ;खास मौके पर PM Modi ने कह दी बड़ी बात
ख़बर को शेयर करे

नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के प्रमुख मंच जी-20 समूह (G-20) की कमान आज से भारत के हाथों में आ गई है। भारत ने जी-20 अध्यक्षता शुरू कर दी है। अध्यक्षता के दौरान भारत 50 से अधिक शहरों और 32 विभिन्न क्षेत्रों में 200 बैठकों की मेजबानी करेगा। अगले साल के शिखर सम्मेलन के लिए भारत के उद्देश्यों में देश के डिजिटल परिवर्तन को उजागर करते हुए सतत पर्यावरणीय विकास के लिए अफॉर्डेबल टेक्नोलॉजी की आपूर्ति शामिल है। आज इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की G-20 की अध्यक्षता दुनिया में एकता की इस सार्वभौमिक भावना को बढ़ावा देने की ओर काम करेगी। इसलिए हमारी थीम -‘एक पृथ्वी, एक परिवार,एक भविष्य’ है।

पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, ‘मेरा दृढ़ विश्वास है कि अभी और आगे बढ़ने का सबसे अच्छा समय है और समग्र रूप से मानवता को लाभान्वित करने के लिए एक मौलिक मानसिकता बदलाव को उत्प्रेरित करना है।’ उन्होंने आगे लिखा,’यह हमारी आध्यात्मिक परंपराओं से प्रेरित होने का समय है जो एकता की वकालत करती हैं और वैश्विक चुनौतियों को हल करने के लिए मिलकर काम करती हैं।’ पीएम मोदी ने सभी से अपील करते हुए कहा कि हम भारत की G-20 अध्यक्षता को संरक्षण, सद्भाव और उम्मीद की अध्यक्षता बनाने के लिए एकजुट हों। हम मानव-केंद्रित वैश्वीकरण के एक नए प्रतिमान को स्वरूप देने के लिए साथ मिलकर काम करें।

देश के 100 स्मारक होंगे जगमग
भारत के आधिकारिक तौर पर अध्यक्षता ग्रहण करने के बाद देश की 100 स्मरकों को रोशनी से सजाया जाएगा। जी-20 लोगो वाले यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों सहित 100 स्मारकों को 1 दिसंबर से 7 दिसंबर तक सात दिनों के लिए रोशन किया जाएगा, जिसमें श्रीनगर के शंकराचार्य मंदिर से लेकर दिल्ली के लाल किले से लेकर तंजावुर के महान जीवित चोल मंदिर तक शामिल हैं। दिल्ली में हुमायुं का मकबरा और पुराना किला से लेकर गुजरात में मोढेरा सूर्य मंदिर और ओडिशा में कोणार्क सूर्य मंदिर से लेकर बिहार में शेर शाह सूरी का मकबरा तक, इन 100 स्थलों की सूची में हैं।

इसे भी पढ़े   संगठन सरकार से बड़ा है!', ट्वीट पर स्वतंत्र देव ने कहा केशव का कहना बिल्कुल ठीक है

क्या है जी-20 ग्रुप
वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए एक मंच के रूप में एशियाई वित्तीय संकट के बाद 1999 में G-20 की स्थापना की गई थी। 20 समूह (G-20) में 19 देश (अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका) और और यूरोपीय संघ शामिल है। G-20 सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार के 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या के लगभग दो-तिहाई का प्रतिनिधित्व करते हैं।

वैश्विक आर्थिक स्थिरता, सतत विकास प्राप्त करने के लिए समूह अपने सदस्यों के बीच नीति समन्वय पर ध्यान केंद्रित करता है। वित्तीय नियमों को बढ़ावा देने के लिए जो जोखिमों को कम करते हैं और भविष्य के वित्तीय संकटों को रोकते हैं और एक नई अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संरचना तैयार करते हैं। विदेश मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत अपनी अध्यक्षता में 2023 में 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इससे पहले साल 2021 के लिए इंडोनेशिया ने आधिकारिक तौर पर जी-20 की अध्यक्षता संभाली थी।


ख़बर को शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *