नूंह पर एसटी हसन का विवादित बयान-‘पानी सिर से ऊपर,ऐसी कोई तलवार नहीं,जो मुल्लों को काट सके’
नई दिल्ली। लगातार बढ़ती सांप्रदायिक हिंसाओं ने देश को चिंता डाल दिया है। मणिपुर का गंभीर मसला बना हुआ है। इस बीच हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा इसका उदाहरण है। इन गंभीर मसलों पर गंभीरता से सोचने की बजाय राजनीतिक दलों के नेता सियासी रोटियां सेकने के बाज नहीं आते हैं। इसी कड़ी में सांप्रदायिक हिंसाओं पर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने भड़काऊ टिप्पणी की है।
सांप्रदायिक हिंसाओं पर एसटी हसन के विवादित बोल
मुरादाबाद के सांसद हसन ने भड़काऊ बयान दिया
कोई तलवार नहीं बनी जो मुल्लों को काट सके:हसन
अब पानी सिर से ऊपर आ चुका है:एसटी हसन
समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने अपने विवादित बयान में कहा कि ऐसी कोई तलवार नहीं बनी जो मुल्लों को काट सके। सपा सांसद आगे कहते हैं,’हमारे सब्र का इम्तेहान कब तक लेंगे,प्रधानमंत्री हमारे मन की बात भी सुनें। अब पानी सिर से ऊपर आ चुका है सारी सीमाएं लांघ दी गई हैं।’
बुलडोजर की कार्रवाई से तिलमिलाए सपा सांसद
नूंह की घटना का जिक्र करते हुए एसटी हसन ने कहा कि देश के हालात बहुत खराब हैं। ऐसी तबाही कभी नहीं हुई, जो नूंह में हुआ। बुलडोजर की कार्रवाई पर सपा सांसद ने कहा कि ‘नूंह में लोगों को मकान उजाड़ दिए गए। पुलिस की मौजूदगी में बाजारों में मुसलमानों का बायकॉट करने के ऐलान हो रहे हैं। मुस्लिमों को काटने की बात खुलेआम की जा रही है।’
एसटी हसन ने सरकार पर लगाए आरोप
सपा सांसद ने आगे कहा,’ऐसा लगता है कि देश में कानून खत्म हो गया है,पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है। अब सरकार से लोगों का भरोसा उठने लगा है।’ एसटी हसन ने कहा कि बदनसीबी यह है कि प्रधानमंत्री एक पार्टी तक सीमित हो गए हैं और राष्ट्रधर्म नहीं निभा रहे हैं।
एसटी हसन ने दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी की टिप्पणी को लेकर ये बयान दिया है। शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी ने सांप्रदायिक घटनाओं पर पीएम मोदी से मुसलमानों की बात सुनने की गुजारिश की थी। शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी ने कहा था कि ‘बिगड़ते सांप्रदायिक माहौल से परेशान हैं, आगे मुल्क का क्या भविष्य होगा?’