पौराणिक पशुपतेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ा आस्था का सैलाब
1300 वर्ष पुराने शिवधाम में भक्तों ने सुमधुर भजनों के बीच बाबा को चढ़ाया जल
वाराणसी (जनवार्ता) । सावन मास के तीसरे सोमवार को वाराणसी के ऐतिहासिक सारनाथ (अकथा) क्षेत्र स्थित प्राचीन पशुपतेश्वर महादेव मंदिर में आस्था का अभूतपूर्व जनसैलाब उमड़ पड़ा। लगभग 1300 वर्ष पुराने इस पौराणिक शिवधाम में तड़के से ही भक्तों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गईं। ‘हर हर महादेव’ और ‘बोल बम’ के गगनभेदी नारों से मंदिर परिसर गूंज उठा और पूरे वातावरण में भक्ति की रसधारा बहने लगी।
श्रद्धालुओं ने भगवान पशुपतेश्वर का जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और विशेष पूजन कर शिवभक्ति में लीनता दिखाई। भोर से लेकर देर शाम तक मंदिर परिसर भजनों, शिव स्तुति और सुमधुर भक्ति गीतों की गूंज से सराबोर रहा, जिससे भक्तों को आत्मिक शांति और दिव्यता की अनुभूति हुई।
मंदिर के महंत पीठाधीश्वर बाल योगी जी महाराज स्वयं भक्तों के बीच उपस्थित रहकर उनका स्वागत कर रहे थे। उन्होंने श्रद्धापूर्वक हर भक्त को प्रसाद वितरित किया और बताया कि सावन मास में यहां विशेष श्रृंगार और पूजन होता है, जिसके लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं। इस अवसर पर हजारों की संख्या में भक्तों ने दर्शन कर पुण्य अर्जित किया।
महंत बाल योगी जी महाराज ने जानकारी दी कि सावन के अंतिम सोमवार को विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें क्षेत्र के अलावा दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रसाद कीहै व्यवस्था की गई है।
मंदिर परिसर की साफ-सफाई में भी श्रद्धा और समर्पण देखने को मिला। काजल जसवाल, प्रियंका, अर्चना, बबीता, सुनीता सहित अनेक युवतियों और महिलाओं ने सेवा भाव से पूरे परिसर को स्वच्छ और सुव्यवस्थित बनाए रखा।
पौराणिक मान्यता है कि यह शिवलिंग स्वयंभू है और यह स्थान प्राचीन काल में ऋषियों की तपोभूमि रहा है। सावन मास में इसकी महत्ता और भी बढ़ जाती है, जब श्रद्धालु शिव आराधना में तन-मन से जुट जाते हैं।
#पशुपतेश्वर_महादेव
#सावन_सोमवार
#वाराणसी_धाम
#शिव_भक्ति
#जलाभिषेक
#हर_हर_महादेव
#बोल_बम
#श्रावण_महिमा
#प्राचीन_मंदिर
#1300_वर्ष_पुराना_शिवधाम
#बालयोगी_महाराज
#सारनाथ_धार्मिक_स्थल
#शिव_आराधना
#स्वयंभू_शिवलिंग
#भक्ति_का_सैलाब
#शिव_स्तुति
#श्रद्धा_और_समर्पण
#विशेष_भंडारा
#दिव्यता_की_अनुभूति
#शिव_महिमा_अपरंपार