अज्ञात कारणों से बस्ती में लगी भीषण आग, तीन घरों के लाखों का गृहस्थी का सामान जलकर राख
मवेशियों की आग से जलकर मौत
साठ वर्षीय महिला सहित बच्ची भी झुलसी
चकिया(चंदौली)। कोतवाली क्षेत्र के बनरसिया गांव की दलित बस्ती में गुरुवार की दोपहर अज्ञात कारणों से भीषण आग लग गई।देखते देखते आग ने भीषण रूप ले लिया।इस आग ने तीन घरों को अपनी जद में ले लिया।जिससे तीनों घरों में रखे अनाज सहित लाखों का सामान जल कर राख हो गया।आज की लपटे उठता देखकर घरों में रहने वाले लोग किसी तरह जान बचाकर घर से बाहर निकले और अपने घरों में बंधे कुछ मवेशियों को बाहर निकालने लगे लेकिन कुछ मवेशीओं की आग की चपेट में आने से जलकर उनकी मौत हो गई।वही जियाछि देवी पत्नी रामदुलारे 60वर्षीय सहित एक बच्ची भी झुलस गए। वहीं लोगों ने तत्काल इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दिया। लेकिन सूचना के घंटे बाद भी मौके पर फायर ब्रिगेड नहीं पहुंचा। ग्रामीण किसी तरह कड़ी मशक्कत के बाद जब तक आग पर काबू पाते।तब तक गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख हो चुका था।अब तीनों परिवार के सिर से इस भीषण गर्मी में छत गायब हो चुकी है।
वही इस तरह के आघात से परिवार की महिलाएं और बच्चियों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवारों को तहसील व जिला प्रशासन से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। गुरुवार की दोपहर में बनारसिया गांव की दलित बस्ती में अज्ञात कारणों से आग लग गई जिसमें गांव के रामदुलार राम की दो मोटरसाइकिल दो साइकिल चलकर राख हो गई।मड़ई में बंधी एक गए झुलस गई।इसके अलावा रामदुलारे की पत्नी जीआछी देवी (60 वर्ष) आग बुझाने में झुलस गई। वहीं इसके अलावा पड़ोसी हेमराज की मड़ई में बधी चार बकरियों की आज की चपेट में आने से जलकर मौत हो गई।वही 10 कुंतल गेहूं सहित अन्य खाद्य सामग्री और साइकिल इत्यादि सामान जलकर राख हो गया। वहीं पड़ोसी राधे राम के घर में रखा टिल्लू इंजन पाइप,साइकिल के साथ-साथ गृहस्थी का सामान भी पूरी तरीके से जलकर राख हो गया। इसके अलावा राधे राम की भी एक भैंस आग की चपेट में आकर झुलस गई।
फायर ब्रिगेड के समय से नहीं पहुँचने पर लोगों में आक्रोश
आगलगी की सूचना पर अग्निशमन विभाग को देर से पहुँचने पर लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला
बनरसिया गांव में अज्ञात कारणों से लगी भीषण आग के बाद ग्रामीणों ने अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना दी लेकिन सूचना के बावजूद अग्निशमन विभाग आग बुझाने जाने के डेढ़ घंटे बाद पहुंचा।लोगों ने जिला प्रशासन से लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
ठेला लगाकर व मजदूरी से जीविकोपार्जन करते हैं परिवार के लोग
आगलगी की घटना के शिकार रामदुलार और राधे राम के परिवार के लोग किसी तरह मजदूरी कर व हेमराज ठेले पर टॉफी बिस्किट बेचकर अपना जीविकोपार्जन करते हैं।लेकिन आग लगी की घटना के बाद ठेला भी जलकर राख हो गया ऐसे में जीवकोपार्जन संकट का टूट पड़ा।