विद्युत संविदा कर्मी विश्व सुंदरी पुल पर साइकिल खड़ी कर गंगा में कूदा,तलाश जारी
रामनगर(जनवार्ता)। परिवार की आर्थिक तंगी के चलते यू पी पी सी एल के विद्युत वितरण खण्ड प्रथम में भदैनी सब स्टेशन पर तैनात संविदा कर्मी विशाल कुमार पटेल ने गुरुवार की रात में विश्व सुंदरी पुल से गंगा में कूद गया। परिवार वालों की सूचना पर रामनगर थाना प्रभारी निरीक्षक मौके पर पहुंचे और इसकी सूचना एन डी आर एफ को दिया।रात में ही गंगा में उसकी तलाश कराई गई लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला।रात काफी होने के कारण तलाश रोकना पड़ा। सुबह में पुनः उसकी खोज करने में एन डी आर एफ की टीम लगी थी।
चितईपुर थाना क्षेत्र के सराय डबई का रहने वाला विशाल कुमार पटेल (24) पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में बतौर संविदाकर्मी था। भदैनी विद्युत सब स्टेशन पर वह लाइनमैन पद पर तैनात था। विगत शाम चार बजे वह कार्यालय से घर चला गया। रात करीब आठ बजे वह घर से यह कहकर निकला कि ट्रांसफार्मर चढ़ाने साइट पर जा रहा है। रात 11 बजे तक भी जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों को चिंता हुई। उन्होनें कार्यालय में फोन करके पता किया। मालूम हुआ कि कोई ट्रांसफॉर्मर नहीं चढ़ रहा है और विशाल भी यहाँ नहीं आया।
अनहोनी की आशंकावश परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। खोजबीन करते परिजन देर रात रामनगर पहुँचे। विश्वसुंदरी पुल पर आधा दूर पहुँचने पर उन्हें विशाल की साइकिल पुल पर किनारे खड़ी मिली। आसपास पूछने पर कुछ भी पता न चल सका। विशाल के पुल से गंगा में कूदने की आशंकावश परिजन रामनगर थाने पहुँचे। रामनगर थाना प्रभारी निरीक्षक भरत उपाध्याय को पूरी घटना की जानकारी दी। इसी आधार पर प्रभारी निरीक्षक टीम के साथ घटनास्थल पहुँचे और जाँच पड़ताल के बाद युवक के गंगा में ही कूदने की पुष्टि की। देर रात होने के चलते पुलिस ने शव की तलाश करने में असमर्थता जताई। थाना प्रभारी ने घटना की सूचना रात में ही एनडीआरएफ को दी। सुबह होते ही एनडीआरएफ टीम ने मौके पर पहुँचकर शव की तलाश शुरू कर दी। घटना की सूचना पाकर दशाश्वमेध फीडर के मुख्य वरिष्ठ लाइनमैन तपन बनर्जी पूरी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुँचे और परिजनों को ढांढस बंधाया। मृतक तीन भाइयों में सबसे छोटा था और एकमात्र कमाने वाला था। उसके पिता भी विभाग में ही कार्यरत थे। कुछ वर्षों पूर्व पोल पर काम करते समय करेंट से झुलसकर उनकी मौत हो गई थी। उनकी जगह विशाल को संविदा पर नौकरी मिली थी। आय बहुत कम होने के नाते उसके समक्ष घोर आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया था। अन्य भाई भी बेरोजगार थे। विशाल के भाई संजय ने थाने में गंगा में कूदने की तहरीर दी है। माँ के अलावा मृतक के तीन बड़े भाई ही हैं। कमासुत पुत्र के इस कदम से माँ सदमे में है।