ज्ञानवापी परिसर में दोबारा सर्वे की मांग पर सुनवाई आज
वाराणसी | ज्ञानवापी मस्जिद में मई में एडवोकेट कमिश्नर की सर्वे की कार्यवाही के दौरान तहखाने और ईंटों से बंद कर दिए गए कमरों और मिट्टी में पाटे गए हिस्सों का सर्वे न हो पाने के बाद हिंदू पक्ष ने अदालत से दोबारा ज्ञानवापी परिसर में सर्वे कराने की मांग की है। ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे की मांग को लेकर सुनवाई आज बुधवार दोपहर बाद होने जा रही है।
दरअसल समूचे परिसर में सर्वे करने को लेकर अदालत का आदेश आने के बाद एडवोकेट कमिश्नर की कार्यवाही शुरु हुई तो कई हिस्से ऐसे थे जिनको ईंटों से बंद कर दिया गया था। वहीं तहखाने सहित कुछ जगहों पर मिट्टी भरे होने की वजह से ज्ञानवापी के समूचे परिसर का सर्वे नहीं हो सका था। ऐसे में हिंदू पक्ष प्रारंभिक सर्वे में हिंदू मंदिर होने के साक्ष्य को और भी पुख्ता करने के लिए इन हिस्सों के सर्वे की मांग कर रहा है।
ज्ञानवापी परिसर स्थित मां शृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजन समेत अन्य मांगों को लेकर राखी सिंह सहित पांच महिलाओं की ओर से दाखिल मुकदमे की सुनवाई बुधवार को जिला जज डा. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में होने जा रही है। पिछली सुनवाई में ज्ञानवापी परिसर के बंद तहखाना के सर्वे की मांग पर मस्जिद पक्ष ने जवाब देने के लिए समय मांगा था।
अदालत ने इस बाबत मस्जिद पक्ष पर 100 रुपये का हर्जाना लगाते हुए मांग स्वीकार कर ली थी। बुधवार को तहखाने का सर्वे कराने सबंधित अर्जी के अलावा कारमाइकल लाइब्रेरी में मिली लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति को संरक्षित करने की अर्जी पर भी अदालत में सुनवाई होगी।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम परिसर के सुंदरीकरण और विस्तारीकरण में कारमाइकल लाइब्रेरी को ध्वस्त किया गया था। लाइब्रेरी में दो फीट ऊंची लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति मिली थी। राखी सिंह की ओर से प्रार्थना पत्र देकर मूर्ति को संरक्षित रखने आदेश देने की कोर्ट से मांग की गई है। इसके साथ ही अदालत में दोनों पक्षों की ओर से केस को लेकर सुबह से ही तैयारियों को लेकर आपस में विचार विमर्श किया गया।