आगरा। आगरा में एक शख्स ने गर्भवती पत्नी को छत से फेंक दिया। छत से गिरने के कारण गर्भवती की पांव की हड्डी टूट गई। हैरान कर देने वाली घटना पिछले महीने की है। इंसाफ की आस में पीड़िता का पिता थाने का चक्कर लगाते-लगाते थक गया। डौकी पुलिस ने मामले को ठंडे बस्ते में दबाए रखा। आरोप है कि पीड़िता की शिकायत पर एक महीने बाद भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। थक-हारकर परिजनों ने पुलिस कमिश्नर से इंसाफ की गुहार लगाने का फैसला किया।
गर्भवती पत्नी को छत से फेंका
मंगलवार को परिजन घायल बेटी को ठेले पर लिटाकर पुलिस कमिश्नर कार्यालय ले गए। पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने सुनवाई के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। सुशीला और सुनीता परिजनों के साथ पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंची थीं। पिता भगवान दास ने बताया,”दो बेटियों सुनीता और सुशीला की शादी 8 साल पहले की थी। दोनों बहनों के पति सगे भाई हैं। सुशीला के पति महेश की एक साल पहले मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि छोटी बहन सुनीता का पति राहुल और ससुराल वाले परेशान करने लगे।
पुलिस की लापरवाही उजागर
21 जुलाई की रात कहासुनी में सुशीला की बुरी तरह पिटाई की गई। मारपीट की शिकायत करने सुशीला थाने जा रही थी। गुस्से में सुनीता को पति राहुल ने दूसरी मंजिल की छत से फेंक दिया। महिला पहली मंजिल की छत पर आकर गिरती है। छत से गिरने के कारण सुनीता घायल हो गई। उसके एक पैर की हड्डी टूट गई और रीढ़ में चोट आई है। पिता ने बताया कि सुशीला की बहन सुनीता 6 महीने की गर्भवती है। गभर्वती होने की वजह से उसकी मुश्किल और बढ़ गई है। परिजनों ने पुलिस से दोबारा शिकायत की है। दोनों बहनें अब पिता के घर पर रह रही हैं। ससुराल जाने पर हत्या किए जाने की आशंका है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।