गोरखनाथ मंदिर हमला:हथियार छीनकर बड़े ऑपरेशन की तैयार में था मुर्तजा
लखनऊ। बीती तीन अप्रैल की देर रात गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने वाले मुर्तजा अब्बासी को लेकर लखनऊ पुलिस ने कई अहम खुलासे किए हैं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मुर्तजा का प्लान भी समझाया। उन्होंने बताया कि गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर बांके से हमला करके उनके हथियार छीनकर मुर्तजा बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में था। लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के चलते उसे ऐन वक्त पर गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्होंने बताया कि यूपी एटीएस की जांच पड़ताल में पता चला है कि मुर्तजा अब्बासी आईएसआईएस के संपर्क में था। मुर्तजा ने एके-47 को चलाने की ट्रेनिंग भी ली थी। जांच पड़ताल में पता चला है कि मुर्तजा 2020 में आईएसआईएस से जुड़ा था। एडीजी ने बताया कि मुर्तजा अब्बासी ने अपने बैंक खातों के माध्यम से यूरोप और अमेरिका के विभिन्न देशों में आईएसआईएस समर्थकों को रुपया भी भेजा था।
मुर्तजा ने आतंकी संगठनों को विदेशों में भेजा था रुपया
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया मुर्तजा ने आतंकी संगठनों के माध्यम से आईएसआईएस की आतंकी गतिविधियों का समर्थन करने के लिए लगभग साढ़े आठ लाख भारतीय रुपये भेजे थे। एडीजी ने बताया कि मुर्तजा ने इंटरनेट के माध्यम से एके-47,कार्बाइन और मिसाइल टेक्नोलॉजी के वीडियो देखकर एयर राइफल से प्रैक्टिस की थी। उन्होंने बताया कि यूपी एटीएस द्वारा की गई जांच में मुर्तजा के पास से कई डिवाइस,विभिन्न सोशल मीडिया एकाउंट जैसे जीमेल,ट्विटर,फेसबुक और ई-वॉलेट का डेटा का एनालिसिस भी किया गया है।
तीन अप्रैल की देर रात गोरखनाथ मंदिर में घुसा था मुर्तजा
तीन अप्रैल की देर रात को गोरखनाथ मंदिर सुरक्षा में तैनात पीएसी के दो जवानों पर हथियार लेकर मुर्तजा अब्बासी हमला करने पहुंचा था। मुर्तजा ने इस दौरान दोनों सुरक्षाकर्मियों पर हमला भी किया था। इस दौरान हमलावार को सुरक्षाकर्मियों पकड़ लिया गया था। घटना की जानकारी पाते ही पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। हमला करने के दौरान मुर्तजा को भी चोटें आई थीं। जिसमें मुर्तजा के हाथ के उंगली के हड्डी भी टूट गई थी।
केमिकल इंजीनियरिंग का छात्र रहा है मुर्तुजा
पुलिस की प्राथमिक पूछताछ में मालूम हुआ है कि अहमद मुर्तुजा अब्बासी ने मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उसके पिता मुनीर अहमद भी इंजीनियर हैं। पहले मुर्तुजा का पूरा परिवार मुंबई में ही रहता था। अक्तूबर 2020 में ये परिवार गोरखपुर आकर सिविल लाइंस में रहने लगा। अहमद मुर्तुजा अब्बासी ने घटना को क्यों अंजाम दिया यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। फिलहाल पुलिस की जांच जारी है।
पहली रात जेल में 19 घंटे सोया था मुर्तजा
गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षाकर्मियों पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी ने शनिवार को जेल में अपनी पहली रात आराम से सोकर बिताई थी। 24 घंटे में से करीब 19 घंटे वह सोता रहा था। बंदीरक्षकों ने जब उसे उठाया तो उसने खाने में ब्रेड की मांग की और सब्जी के साथ खाया था। रविवार की सुबह जेल में नहा-धोकर नमाज पढ़ी और फिर सो गया था। फिलहाल हाई सिक्योरिटी वाली तन्हाई बैरक में कड़ी सुरक्षा के बीच में उसे रखा गया है। अगले दिन जब सुबह उठा तो मुर्तजा ने ब्रांड विशेष जेलपेस्ट टूथपेस्ट की मांग की थी। इस पर जेल की ओर से ब्रश और टूथपेस्ट दिया गया तो उसने उसे इनकार करते हुए ब्रांड विशेष के जेलपेस्ट की डिमांड की। हालांकि,कहने पर किसी तरह ब्रश कर चाय पी और फिर दो ब्रेड खाई थी।