नेटवर्थ 3 लाख करोड़,रोजाना साढ़े 5 करोड़ का दान;दिल्ली का यह सबसे अमीर शख्स
नई दिल्ली। फोर्ब्स ने इस साल की शुरुआत में दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट जारी की थी। इस बार लिस्ट में 200 भारतीयों को शामिल किया गया था। 200 में से 25 लोगों को फोर्ब्स की लिस्ट में पहली बार शामिल किया गया था। इस बार अरबपतियों की लिस्ट में जोमैटो के को-फाउंडर दीपेंदर गोयल को पहली बार शामिल किया गया, उनकी संपत्ति 8,300 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई। लेकिन अगर बात दिल्ली के सबसे अमीर शख्स की करें तो इसमें शिव नाडर का नाम टॉप पर है। शिव नाडर के पास 35।6 बिलियन डॉलर (करीब 2,98,898 करोड़ रुपये) की संपत्ति है। दिल्ली के सबसे अमीर कारोबारी होने के साथ ही वह एक प्रमुख परोपकारी हैं।
शिव नाडर इंटरनेशनल आईटी कंसल्टिंग कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज के फाउंडर और चेयरमैन एमेरिटस हैं। नाडर और उनके दोस्तों ने 1976 में 1,87,000 रुपये के शुरुआती निवेश के साथ नॉर्मल से गैरेज से कंपनी की शुरुआत की थी। शुरुआत में उनकी कंपनी कैलकुलेटर और माइक्रोप्रोसेसर बनाने पर फोकस करती थी। बाद में उनकी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज दुनिया की टॉप आईटी फर्म में से एक बन गई है। एचसीएल का कारोबार आज देश और दुनिया में फैला है। दुनियाभर में 60 देशों में एचसीएल की मौजूदगी है।
शिव नाडर का जन्म तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में हुआ था। उन्होंने सेंट जोसेफ बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल से पढ़ाई की। नाडर ने कोयम्बटूर के पीएसजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की डिग्री ली। अपना करियर उन्होंने 1967 में वालचंद ग्रुप की कूपर इंजीनियरिंग लिमिटेड से शुरू किया। बाद में उन्होंने टेली-डिजिटल कैलकुलेटर बनाने वाली कंपनी माइक्रोकॉम्प की शुरुआत की। इसे ही बाद में हिंदुस्तान कंप्यूटर्स लिमिटेड के नाम से जाना गया और अब इसकी पहचान एचसीएल टेक्नोलॉजीज के नाम से है। आईटी इंडस्ट्री में नाडर का बड़ा योगदान है, इस कारण उन्हें साल 2008 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
बेटी को सौंपी जिम्मेदारी
40 साल से ज्यादा समय तक एचसीएल टेक्नोलॉजीज को लीड करने के बाद शिव नाडर ने चेयरमैन पद से हटकर अपनी बेटी रोशनी नाडर को जिम्मेदारी सौंप दी। रोशनी नाडर देश की सबसे अमीर महिलाओं में से एक हैं और वह बिजनेस के साथ परोपकार की पारिवारिक विरासत को भी हर दिन आगे बढ़ा रही हैं। आज वह एचसीएल टेक्नोलॉजीज की चेयरपर्सन हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और दूरदर्शिता के दम पर एचसीएल को नई ऊंचाई तक पहुंचाया है। रोशनी की पिता की ही तरह सोशल वर्क में गहरी रुचि हैं।
परोपकारियों की लिस्ट में ‘डंका’
शिव नाडर और उनकी फैमिली को अपने परोपकारी कामों के लिए भी जाना जाता है। मिंट में प्रकाशित खबर के अनुसार उन्होंने फाइलनेंशिय ईयर 2022-2023 के दौरान करीब 2,042 करोड़ रुपये (लगभग 5.6 करोड़ रुपये रोजाना) दान किये। इतना दान करने के कारण उन्हें हुरुन इंडिया फिलैंथ्रॉपी लिस्ट 2023 में लगातार तीन साल तक ‘देश के सबसे उदार’ व्यक्ति का खिताब मिला है। दान करने के अलावा नाडर ने चेन्नई में एसएसएन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग की शुरुआत की और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के जरिये कई एजुकेशनल इंस्टीट्यूट को सपोर्ट किया।