‘प्रियंका गांधी को अमेठी में नमाज पढ़ते देखा’,स्मृति ईरानी के इस बयान से मची खलबली
अमेठी। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल को बैन करने के वादे को लेकर सियासी बवाल हो रहा है। इस बीच,केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के एक दावे से खलबली मच गई है। स्मृति ईरानी ने कहा है कि उन्होंने खुद अमेठी में प्रियंका गांधी वाड्रा को नमाज पढ़ते हुए देखा है। आप चाहें तो इस्लाम के जानकारों से पूछ लीजिए जो नमाज पढ़ते हैं वो मूर्ति पूजा नहीं करते हैं। और शायद इसीलिए वो राम मंदिर का विरोध करते हैं। स्मृति ईरानी के इस बयान से उम्मीद है कि बजरंग बली पर विवाद के बाद अब प्रियंका की नमाज पर नया विवाद खड़ा हो सकता है।
स्मृति ईरानी का बड़ा बयान
स्मृति ईरानी ने कहा कि पहले तो कांग्रेस ने तुलना की है एक हिंदू संगठन की एक आतंकी संगठन से। पीएफआई वो संगठन है जो देश को नेस्तनाबूद करने के लिए लोगों को आतंकी गतिविधियों में शामिल करने का दुस्साहस कर रहा था। पीएफआई एक ऐसी संस्था है जो आतंक के माध्यम से हिंदुओं के कल्त-ए-आम की भी व्यवस्था कर रहा था। आप ऐसे आतंकी संगठन की तुलना ऐसे हिंदू समुदाय और हिंदू संगठन से करते हैं जिन्होंने जीवनभर समाज के संरक्षण का काम किया।
कांग्रेस को बताया हिंदू विरोधी
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हिंदू विरोधी है ये तो हम जानते थे लेकिन,मेनिफेस्टो में भी वो इसका प्रमाण देने लगी है ये अब देखा है। जो लोग बजरंग बली का नाम लेने से नाराज हो रहे हैं सोचिए वे हिंदू धर्म में आस्था रखने वालों से कितना नाराज होते होंगे। इसी का तो ये प्रमाण है। रामभक्तों के खिलाफ चुनाव आयोग में कांग्रेस पार्टी ही बोल सकती है। वरना ये तो आस्था का विषय है।
गांधी खानदान पर साधा निशाना
कांग्रेस के हनुमान मंदिर बनाने के दावे पर स्मृति ईरानी ने कहा कि मैंने खुद कांग्रेस नेतृत्व को अमेठी में नमाज पढ़ते हुए देखा है। जो लोग इस्लाम में विशेष रुचि रखते हैं या आस्था रखते हैं वे मूर्तिपूजक नहीं हो सकते। शायद इसीलिए गांधी खानदान राम मंदिर के विरोध में रहा।