होली के बाद तेज होगा रोपवे का काम, अभी सभी बाधाओं को दूर करने में जुटा VDA
वाराणसी | वाराणसी कैंट से गोदौलिया तक प्रस्तावित रोपवे रूट से पेयजल, सीवर, बिजली और फोन की लाइन हटाने का काम शुक्रवार से शुरू हो गया। बिजली निगम, जलकल, बीएसएनएल और वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) की संयुक्त टीमों ने रथयात्रा से गोदौलिया तक सर्वे किया। 15 मार्च तक सभी लाइनें शिफ्ट करने की समयसीमा भी तय की गई। रथयात्रा में ही स्टेशन बनाया जाना है।
वाराणसी में देश के पहले रोपवे ट्रांसपोर्ट का काम मार्च से तेज होगा। इसी लिहाज से विकास प्राधिकरण सभी बाधाओं को दूर करने में जुटा है। कैंट स्टेशन से गोदौलिया चौराहे के बीच करीब 3.8 किलोमीटर तक रोपवे मार्ग में कई जगहों पर मकान, सीवर व बिजली के पोल हैं। लिहाजा, इनकी शिफ्टिंग से पहले लाइन की वर्तमान स्थिति और शिफ्ट करने वाली जगह चिन्हित की गई।
स्विटजरलैंड की कंपनी बनाएगी रोपवे
शिफ्टिंग के लिए शासन ने पहले ही 31 करोड़ रुपये जारी किए हैं। वीडीए ने लाइन शिफ्ट करने वाले सभी विभागों को उनकी कार्ययोजना के अनुसार धनराशि भी उपलब्ध करा दी है। यहां बता दें कि रोपवे परियोजना की जिम्मेदारी हैदराबाद की कंपनी विश्व समुद्र इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड (वीएसई) को मिली है।
वीएसई स्विटजरलैंड की कंपनी बार्तोलेट माशिनेंबाउ एजी के साथ मिलकर रोपवे बनाएगी। स्विस कंपनी विश्व समुद्र को इंजीनियरिंग की टेक्नोलॉजी और उपकरणों की आपूर्ति करेगी। वीडीए के टाउन प्लानर मनोज कुमार ने बताया कि लाइन शिफ्टिंग का काम 15 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा।
एडीआरएम ने कैंट रेलवे स्टेशन के निर्माण कार्यों को परखा
एडीआरएम लालजी चौधरी ने शुक्रवार को कैंट रेलवे स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया और समय से पूरा कराने को कहा। उन्होंने तीन नंबर एफओबी निर्माण की जानकारी हासिल की। इसके बाद कर्मचारियों के लिए बनाए जा रहे वाहन पार्किंग का निरीक्षण किया। यात्री आश्रय के बगल से प्लेटफार्म एक तक प्रस्तावित सड़क के काम को जल्द शुरू कराने को कहा। इस दौरान कैंट रेलवे स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित समेत सभी डिविजन के अधिकारी मौजूद रहे।