‘SIMI के नाम में भी था INDIA’,राजस्थान सरकार और विपक्ष पर पीएम मोदी का वार-‘लाल डायरी के राज…
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार (27 जुलाई) को राजस्थान के सीकर पहुंचे,जहां उन्होंने विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष के गठबंधन इंडिया पर तीखा हमला बोला। पीएम ने कहा,सिमी के नाम में भी इंडिया था,उसने नाम बदलकर पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) कर दिया।
पीएम मोदी ने कहा,विपक्ष ने गठबंधन का नाम इसलिए बदला ताकि कारनामे छिपा सकें। पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस का मतलब लूट का बाजार है। लोकतंत्र में हर सरकार को अपने काम का हिसाब देना होता है,लेकिन क्या राजस्थान में कांग्रेस अपने काम का हिसाब देती है? इन्होंने कीमती समय आपसी खींचतान में,वर्चस्व की लड़ाई में बरबाद किया।
इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सीकर में देश के 9 करोड़ किसानों को सम्मान निधि भी जारी की। इस साल 9 महीने में पीएम नरेंद्र मोदी का राजस्थान का ये 9वां दौरा है। राजस्थान में इसी साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होना है। पीएम मोदी ने कहा कि राजस्थान के लोगों का स्नेह मुझे बार-बार इस वीर धरा पर खींच लाता है।
पीएम मोदी ने कहा,”मेरा सौभाग्य है कि वीरों की भूमि शेखावटी से देश के लिए अनेक विकास परियोजनाओं को शुरू करने का अवसर मिला है। आज यहां से देश के करोड़ों किसानों के पीएम किसान सम्मान निधि के लगभग 18,000 करोड़ सीधे उनके बैंक खाते में जमा हुए हैं। आज देश में 1.25 लाख पीएम किसान समृद्धि केंद्रों की शुरुआत की गई है। गांव और ब्लॉक लेवल पर बने इन केंद्रो से करोड़ों किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।”
मिट्टी से सोना निकालता है किसान-पीएम मोदी
पीएम ने आगे कहा,”हमारी सरकार देश के किसान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। किसान का सामर्थ्य,किसान का परिश्रम, मिट्टी से भी सोना निकाल देता है। इसलिए सरकार देश के किसान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।”
बचा रहे किसान भाइयों के पैसे-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने बताया, ”हमारी सरकार कैसे अपने किसान भाइयों के पैसे बचा रही है इसका एक उदाहरण यूरिया की कीमतें भी हैं। हमारी सरकार ने कोरोना और रूस-यूक्रेन युद्ध का असर किसानों पर नहीं पड़ने दिया। आज देश में यूरिया की जो बोरी 266 में देते हैं वही बोरी पाकिस्तान में करीब 800 में मिलता है,बांग्लादेश में 720 और चीन में 2100 की मिलती है। अमेरिका में यूरिया की यही बोरी 3,000 से ज्यादा की मिल रही है।”