सिक्किम में बादल फटने से आए सैलाब में 3 की मौत,सेना के 23 जवान लापता
सिक्किम। सिक्किम में आए बाढ़ की मुख्य वजह तीस्ता नदी बेसिन में चुंगथांग बांध से पानी छोड़ने की वजह से बढ़े वॉटर लेवल को बताया जा रहा है। तीस्ता नदी में आए बाढ़ की वजह से एनएच 10 का एक बड़ा हिस्सा भी टूट गया। जिसकी वजह से सिक्किम की राजधानी गैंगटोक का देश के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है।
बादल फटने के बाद कहां मिले 3 शव?
स्कूलों में अवकाश का ऐलान, कब तक?
Lachen valley में तबाही, अभी नहीं मिली जानकारी- रक्षा विभाग
SSDMA ने बताई तबाही की कहानी
SSDMA ने एक प्रेस रिलीज कर अचानक बरपे कहर की जानकारी साझा की। विभाग के मुताबिक- इस अचानक आए सैलाब में 3 लोगों की मौत हो गई है। Singtam जिले में बचाव एवम राहत कार्य के दौरान शव बरामद किए गए। इस बीच बताया जा रहा है कि मेलि में एनएच-10 पूरी तरह से बह गया है।
ल्होनक झील के ऊपर बादल फटा
प्रेस रिलीज में लिखा गया है कि रात डेढ़ बजे के करीब बाढ़ आई। इससे पहले उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटा। इससे लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में पानी का लेवल बढ़ गया और बुधवार सुबह तीव्र गति से पानी बहने लगा। इसका असर मंगन, गंगटोक, Pakyong और Namchi जिलों पर ज्यादा पड़ा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ऐहतियातन 8 अक्टूबर तक सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। शिक्षा विभाग ने इससे जुड़ा सर्कुलर जारी किया है।
ल्होनक झील के ऊपर बादल फटा
सामने आया है कि उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटा है। इससे लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण भी नीचे की ओर 15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर अचानक बढ़ गया। इसी दौरान वहां कुछ सैन्य ठिकानों को भी बाढ़ ने डुबा दिया है।
23 जवान लापता
रक्षा विभाग के पीआरओ ने बताया है कि घाटी में कुछ सैन्य ठिकाने प्रभावित हुए हैं और विवरण की पुष्टि करने के प्रयास जारी है। 23 कर्मियों के लापता होने की सूचना है और कुछ वाहनों के कीचड़ में डूबे होने की खबर है। तलाशी अभियान जारी है।