कश्मीर से छुट्टी पर आए फौजी समेत तीन दोस्तों की दर्दनाक मौत
अमेठी। अमेठी-सुल्तानपुर मार्ग पर शुक्रवार देर रात हुए भीषण सड़क हादसे ने तीन परिवारों को हमेशा के लिए उजाड़ दिया। कश्मीर में तैनात सेना के जवान उत्कर्ष सिंह (32) अपने दो बचपन के दोस्त बजरंग बहादुर सिंह (25) और अंशु सिंह (29) के साथ बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार थे। तीनों दोस्त एक शादी समारोह से लौट रहे थे। रात करीब 12 बजे पीपरपुर थाना क्षेत्र के थौना गांव के पास अचानक सड़क किनारे खड़े ट्रक से बुलेट टकरा गई। टक्कर इतनी भयानक थी कि तीनों युवक 10-15 फीट दूर जा गिरे और मौके पर ही दो की मौत हो गई। तीसरे ने अस्पताल पहुंचते-पहुंचते दम तोड़ दिया।

हेलमेट नहीं, ट्रिपलिंग और तेज रफ्तार बनी काल
पुलिस के अनुसार बुलेट की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे से अधिक थी। तीनों युवक बिना हेलमेट पहने ट्रिपल सवारी कर रहे थे। अंधेरे में सड़क किनारे खड़ा ट्रक दिखाई नहीं दिया। बचाने की कोशिश में ब्रेक लगाई, लेकिन बुलेट अनियंत्रित होकर ट्रक के आगे जा भिड़ी। टक्कर के बाद बुलेट के परखच्चे उड़ गए और ट्रक का अगला हिस्सा भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
गंभीर चोटें:
– फौजी उत्कर्ष सिंह के पेट में ट्रक का बंपर घुस गया, दोनों पैर कई जगहों से टूट गए
– तीनों के सिर पर गंभीर चोटें, दिमाग बाहर निकल आया
– उत्कर्ष और बजरंग की मौके पर ही मौत, अंशु ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दम तोड़ा
कश्मीर से दो दिन पहले ही लौटा था उत्कर्ष
उत्कर्ष सिंह राजपूत रेजीमेंट में सिपाही थे और जम्मू के सुंदरबनी सेक्टर में तैनात थे। 20 नवंबर की दोपहर ही छुट्टी लेकर घर आए थे। ससुराल में तीन दिन बाद शादी थी, उससे पहले पड़ोस में दोस्त हीरालाल की शादी में शामिल होने गए थे। उनके एक बेटा रुद्र प्रताप सिंह और बेटी माही है। मौत की खबर सुनते ही पत्नी सोनम रो-रोकर बेहोश हो गईं। घर पर मातम पसरा हुआ है।
अंशु सिंह घर के इकलौते बेटे थे। उनकी दो बहनों की शादी हो चुकी है। मां माधुरी सिंह बेटे की लाश देखकर बार-बार बेहोश हो जा रही हैं।
बजरंग बहादुर सिंह की शादी इसी साल 24 फरवरी को हुई थी। उनकी पत्नी मुस्कान और आठ महीने का बेटा अब अनाथ हो गए। पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी।
ट्रक ड्राइवर फरार, पुलिस ने शुरू की तलाश
हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में ले लिया है और चालक की तलाश कर रही है। एसपी अपर्णा रजत कौशिक ने बताया, “हेलमेट न पहनना और ट्रिपलिंग इस हादसे की बड़ी वजह है। सड़क किनारे भारी वाहनों की अवैध पार्किंग के खिलाफ जल्द ही सघन अभियान चलाया जाएगा।”
इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के नियमों की अनदेखी की भयावह कीमत याद दिला दी है। तीन जवान जिंदगियां एक पल में खत्म हो गईं और तीन परिवार हमेशा के लिए बिखर गए।

