कलाकार ने दी पद्मश्री लौटाने की धमकी,भाजपा पर लगाए राजनीति के आरोप

कलाकार ने दी पद्मश्री लौटाने की धमकी,भाजपा पर लगाए राजनीति के आरोप

हैदराबाद। साल 2022 में पद्मश्री अवॉर्ड पाने वाले किन्नर (एक वाद्य यंत्र) कलाकार दर्शनम मौगुलैया ने पुरस्कार लौटाने की धमकी दी है। साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी राजनीति के लिए उनका इस्तेमाल करने के आरोप लगाए हैं। खबर है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के समर्थन के चलते भाजपा कलाकार से नाराज है। साल 2015 में तेलंगाना में सरकार ने मौगुलैया को मनमाढ़ नाम उगादी पुरस्कार से भी सम्मानित किया था।

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रिपोर्ट के अनुसार,कलाकार ने कहा, ‘अगर वे (भाजपा) यही चाहते हैं, तो मैं अपना अवॉर्ड लौटा दूंगा। उन्होंने मुझे बगैर किसी कारण के विवाद में घसीटा है और इसका असर मेरे स्वास्थ्य पर पड़ा है।’ मौगुलैया के अनुसार, बुधवार को भाजपा के एक नेता ने अचमपेट कोर्ट में उनसे मुलाकात की थी।

उन्होंने बताया कि मुलाकात के दौरान नेता ने उनसे टीआरएस सरकार की तरफ से मिलने वाले 1 करोड़ रुपये और हैदराबाद में घर की जगह की जानकारी मांगी। खास बात है कि पद्मश्री जीतने के बाद सीएम केसीआर ने इस साल जनवरी में मौगुलैया को अनुदान देने का फैसला किया था।

कलाकार ने कहा, ‘मैंने भाजपा नेता को बताया कि अनुदान मिलना अभी बाकी है और टीआरएस नेता बालाराजू इसपर काम कर रहे हैं। लेकिन उन्होंने मुझसे पूछा कि कैसे सीएम इतनी देर लगा सकते हैं और मुझसे कहा कि वह मेरी ओर से लड़ाई लड़ेंगे। मैंने उनसे आक्रामक नहीं होने और केसीआर के खिलाफ नहीं बोलने के लिए कहा। इसके बाद वे उन्होंने सीएम की आलोचना की।’

रिपोर्ट के अनुसार, इस बात के डर में कि टीआरएस सरकार हालात को गलत समझे और लगे कि भरोसा तोड़ा है, मौगुलैया ने भाजपा नेता पर जुबानी हमला बोल दिया। खबर है कि फोन पर हुई बातचीत का टीआरएस कार्यकर्ताओं ने वीडियो रिकॉर्ड किया और अपने हिसाब से इस्तेमाल किया।

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फिलहाल, मौगुलैया को डर है कि भाजपा नेता के चलते वह सरकार की तरफ से वादा किए गए 1 करोड़ रुपये और घर की जगह गंवा सकते हैं। उन्होंने पूछा, ‘मैं बहुत गरीब परिवार से आता हूं। उन्होंने इसे क्यों मुद्दा बनाया और मेरे लिए परेशानियां खड़ी की।’

भाजपा नेताओं ने भी कलाकार पर निशाना साधा और कहा है कि केंद्र सरकार ने उनके हुनर को पहचाना। इसपर मौगुलैया ने जवाब दिया है कि अगर वे चाहते हैं कि वह पुरस्कार लौटा दें, तो वह ऐसा कर देंगे। हालांकि, कलाकार पद्मश्री देने पर सरकार का आभार व्यक्त करते हैं, लेकिन उन्हें लगता है कि अगर केसीआर शुरुआत में उनके हुनर को नहीं पहचानते,तो यह संभव नहीं था।

Shiv murti

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