कासगंज में 64 टन नकली बिटुमिन से भरे 4 टैंकर सहित 6 तस्कर गिरफ्तार
कासगंज । उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने जनपद कासगंज में एक बड़े संगठित गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 64 टन अपमिश्रित (नकली) बिटुमिन से भरे चार टैंकर, फैक्ट्री में रखे मशीनरी उपकरण, 280 बोरे मारबल पाउडर (लगभग 150 क्विंटल) और छह सक्रिय तस्करों को गिरफ्तार किया।


गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वे मथुरा रिफाइनरी से बिटुमिन लोड होने वाले टैंकरों से रास्ते में ही 7-8 ड्रम बिटुमिन निकाल लेते थे। इसके बाद मारबल पाउडर (सफेद पाउडर) मिलाकर मिक्सर मशीन में निम्न गुणवत्ता का तारकोल तैयार करते थे। यह नकली तारकोल मथुरा, कासगंज, एटा, फिरोजाबाद, बरेली और आसपास के जिलों में सड़क निर्माण कार्यों के लिए सप्लाई किया जाता था।

अभियुक्तों ने यह भी कबूल किया कि एक टैंकर से उन्हें 19 से 20 लाख रुपये तक की कमाई होती थी। इसके अलावा एक-दो टन बिटुमिन की कटौती से भी 40-50 हजार रुपये अतिरिक्त कमाए जाते थे। इस तरह यह गिरोह पिछले कई महीनों से बड़े पैमाने पर कालाबाजारी कर रहा था।

गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में बंद्रपाल पुत्र वेदराम, विक्रम पुत्र सोरन सिंह और जिग्नेश पुत्र वीरेंद्र (सभी मथुरा), उमेश पुत्र लकी सिंह (अलीगढ़), अविनीश कुमार पुत्र रतिराम (फिरोजाबाद) और महिपाल पुत्र छेदालाल (कासगंज) शामिल हैं।

फिलहाल मुख्य आरोपी प्रदीप उर्फ राणा (फैक्ट्री का संचालक), धीरेंद्र जाट उर्फ भूपेंद्र सिंह (दोनों मथुरा), कमल सिंह पुत्र भारत सिंह यादव (अलीगढ़) और रोहित सिंह पुत्र प्रदीप सिंह राणा (मथुरा) फरार हैं।

बरामदगी में चार टैंकरों में कुल लगभग 64 टन अपमिश्रित तारकोल, 280 बोरे मारबल पाउडर, एक मिक्सर मशीन, दो अन्य मशीनरी उपकरण, एक लोहे का कंटेनर, 15 बड़े ड्रम, एक बड़ा जनरेटर, चार मोबाइल फोन और 18,160 रुपये नकद शामिल हैं।
थाना डोलना, कासगंज में मुकदमा संख्या 0514/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 111(2)बी और आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
विभागीय विशेषज्ञों के अनुसार, मारबल पाउडर मिलाकर बनाया गया यह नकली तारकोल सड़कों की संरचनात्मक मजबूती को बुरी तरह प्रभावित करता है। बारिश होते ही ऐसी सड़कें टूट-फूट जाती हैं, जिससे राज्य सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान होता है और आम जनता को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है।
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार नागर के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में जांच जारी है और फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।

