अयोध्या : भीषण धमाके से मकान मलबे में तब्दील, पिता, तीन बच्चों और साली की गई जान
चार दिन में दूसरी बार विस्फोट से दहला इलाका
अयोध्या (जनवार्ता)। जिले के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र के पगलाधारी गांव में गुरुवार शाम हुए जोरदार धमाके से एक मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया। धमाका इतना भीषण था कि उसकी गूंज एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी और मलबा 500 मीटर तक बिखर गया। हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि एक महिला अभी भी लापता बताई जा रही है।
मरने वालों में पिता रामकुमार कसौंधन उर्फ पप्पू, उसके दो बेटे लव (8) और यश, बेटी इशी तथा साली वंदना शामिल हैं। सभी के शव बुरी तरह जले हुए मिले। मलबे से शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना के समय घर में मौजूद पप्पू की पत्नी अभी लापता है, वहीं घर में काम करने वाला एक युवक रामसजीवन गंभीर रूप से घायल हुआ है।
गांववालों ने बताया कि शाम करीब सात बजे अचानक जोरदार धमाका हुआ। देखते ही देखते मकान धराशायी हो गया और आस-पास के घरों की खिड़कियां हिल गईं। लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और मलबा हटाने लगे। पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद डीएम निखिल टीकाराम फुंडे, एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी और सीओ अयोध्या सहित कई थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने रेस्क्यू अभियान चलाकर पांच शव बरामद किए। अन्य लोगों के दबे होने की आशंका में जेसीबी की मदद से मलबा हटाने का काम देर रात तक जारी रहा।
जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि सभी शवों पर गंभीर जलन के निशान थे। एम्बुलेंस चालक अजय कुमार ने बताया कि विस्फोट की सूचना शाम 7:28 बजे मिली थी। जब लोगों को निकाला गया, तब कुछ की सांसें चल रही थीं, लेकिन अस्पताल पहुंचने तक सभी की मौत हो चुकी थी।
प्राथमिक जांच में पुलिस को मकान के मलबे से फटा हुआ प्रेशर कुकर और गैस सिलेंडर मिला है। हालांकि पुलिस का मानना है कि यह सिलेंडर विस्फोट नहीं, बल्कि अवैध पटाखा निर्माण का मामला है। स्थानीय लोगों ने भी बताया कि मृतक पप्पू पिछले एक साल से घर में पटाखे बनाने का काम कर रहा था। पिछले वर्ष भी इसी गांव में अवैध पटाखा निर्माण के दौरान हुए धमाके में तीन लोगों की मौत हो चुकी थी।
अयोध्या में चार दिनों के भीतर यह दूसरा धमाका है। इससे पहले 5 अक्टूबर को बीकापुर कोतवाली से महज 500 मीटर की दूरी पर हुए धमाके में एक युवक की मौत और दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।
प्रशासन ने प्रारंभिक जांच में कहा है कि यह घटना पटाखा विस्फोट की न होकर एलपीजी सिलेंडर फटने की प्रतीत होती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएम और एसपी को मौके पर रहकर राहत-बचाव कार्य की निगरानी के निर्देश दिए हैं तथा पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।