चंदौली: गो-तस्करी का आरोपी सिपाही धर्मेंद्र यादव गिरफ्तार
भागने का प्रयास विफल
चंदौली (जनवार्ता) : उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में गो-तस्करी के काले कारोबार ने एक बार फिर पुलिस विभाग को शर्मसार कर दिया है। सैयदराजा थाने में तैनात सिपाही धर्मेंद्र यादव को गौवंश तस्करी में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी बिहार बॉर्डर क्षेत्र में गोवंशों से लदी गाड़ियों को सुरक्षित पास कराने के सबूतों के आधार पर की गई। इस घटना ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है।
घटना का खुलासा कैसे हुआ?
सैयदराजा पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बिहार बॉर्डर के नजदीकी इलाके में कुछ तस्कर गोवंशों को अवैध रूप से ले जा रहे हैं। जांच के दौरान पता चला कि सिपाही धर्मेंद्र यादव इन तस्करों के साथ मिला हुआ था। वह तस्करों से वसूली कर गाड़ियों को चेकपोस्ट से आसानी से निकलने में मदद करता था। पुलिस ने मजबूत सबूत जुटाने के बाद कार्रवाई की और धर्मेंद्र को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी सिपाही ने थाने से भागने का प्रयास किया। सूत्रों के अनुसार, वह थाने के बाहर तैनात सिपाही से बदसलूकी भी करने लगा, लेकिन सतर्क पुलिसकर्मियों ने उसे तुरंत पकड़ लिया। यह पूरी घटना थाने के सीसीटीवी में कैद हो गई है।
भाई पर भी लग चुका है तस्करी का आरोप
इस मामले में एक चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि धर्मेंद्र यादव का छोटा भाई सतेंद्र यादव भी चंदौली जिले में ही तैनात आरक्षी है। सतेंद्र पर भी पशु तस्करी के आरोप पहले से लगे हुए हैं। कुछ दिनों पहले ही सैयदराजा थाने के वसूली कांड में फंसने के बाद सतेंद्र को निलंबित किया गया था। वह फरार हो गया था, लेकिन हाईकोर्ट से स्थगन आदेश मिलने के बाद चकरघट्टा थाने में बहाल कर दिया गया। दोनों भाइयों की तैनाती चंदौली में ही होने से यह मामला और संवेदनशील हो गया है।
एसपी का सख्त संदेश: किसी को नहीं बख्शा जाएगा
इस घटना पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) आदित्य लांघे ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “तस्करी के कारोबार में जो भी संलिप्त पाया जाएगा, उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वह कोई भी हो, विभागीय कर्मचारी हो या बाहरी व्यक्ति।” एसपी के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी।
पुलिस महकमे में हड़कंप
सिपाही की गिरफ्तारी से चंदौली पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। कई वरिष्ठ अधिकारी इस मामले की गहन जांच में जुटे हैं। सैयदराजा थाने से जुड़े अन्य कर्मचारियों की भूमिका पर भी नजर रखी जा रही है। स्थानीय लोगों ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों की संलिप्तता से अपराधियों का हौसला बढ़ता है, लेकिन अब सख्त कार्रवाई से कुछ सुधार की उम्मीद है।
पुलिस ने आरोपी सिपाही के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। आगे की जांच जारी है, और तस्करी सिंडिकेट के अन्य सदस्यों को भी जल्द पकड़ने का दावा किया जा रहा है।