मुख्यमंत्री ने 2,425 मुख्य सेविकाओं और 13 फार्मासिस्टों को सौंपे नियुक्ति पत्र
मिशन रोजगार के तहत दी नई उड़ान
लखनऊ (जनवार्ता): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन रोजगार के तहत 2,425 मुख्य सेविकाओं और 13 फार्मासिस्टों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि युवाओं को सही दिशा देकर राष्ट्र निर्माण में सहभागी बनाना हर कल्याणकारी सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने थारू जनजाति की बेटियों सहित विभिन्न जनपदों की बेटियों के चयन को निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया का उदाहरण बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है। पिछले आठ वर्षों में प्रदेश सरकार ने आंगनवाड़ी केंद्रों और बेसिक शिक्षा विभाग के उन्नयन के लिए कई कदम उठाए हैं। ऑपरेशन कायाकल्प के जरिए आंगनवाड़ी केंद्रों का पुनरुद्धार किया गया और 5,000 बाल वाटिकाओं के संचालन का कार्य शुरू हुआ, जो बच्चों के मानसिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वस्थ बचपन ही स्वस्थ भविष्य की नींव है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से 26 लाख बेटियों को जोड़ा गया और सामूहिक विवाह योजना के तहत 4 लाख बेटियों का विवाह संपन्न हुआ। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे 2015 की तुलना में 2017 के बाद महिलाओं में एनीमिया, स्टंटिंग, और शिशु मृत्यु दर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
मुख्यमंत्री ने नवचयनित मुख्य सेविकाओं और फार्मासिस्टों से आह्वान किया कि वे शासन की मंशा के अनुरूप स्वस्थ, सशक्त और समृद्ध उत्तर प्रदेश के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नहीं होता, और हर अवसर पर अपनी प्रतिभा का उपयोग करना चाहिए।
कार्यक्रम में वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य, और राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने भी विचार व्यक्त किए। नवचयनित अभ्यर्थियों ने निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। इस अवसर पर विभाग की उपलब्धियों पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई।