न्याय, नैतिकता और अंतरराष्ट्रीय कानून विश्व शांति के लिए महत्वपूर्ण : सीएम योगी
लखनऊ (जनवार्ता) । राजधानी लखनऊ के भारत मंडपम में शुक्रवार को विश्व के विभिन्न देशों के मुख्य न्यायाधीशों के 26वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि न्याय, नैतिकता और अंतरराष्ट्रीय कानून ही विश्व शांति एवं मानव सभ्यता की रक्षा करने में सबसे बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत हजारों वर्षों से “वसुधैव कुटुम्बकम” की भावना को जीता आया है और पूरी दुनिया को एक परिवार मानता है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया की सबसे बड़ी समस्या एक-दूसरे से संवाद का अभाव है। यह सम्मेलन आपसी संवाद को मजबूत करने का महत्वपूर्ण मंच है।
सीएम योगी ने संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) का जिक्र करते हुए कहा कि इन 17 लक्ष्यों में शिक्षा सबसे ऊपर है, लेकिन शिक्षा का मतलब केवल बस्ते का बोझ बढ़ाना नहीं होना चाहिए। जहां युद्ध, अशांति और एक-दूसरे की संप्रभुता पर कब्जे की होड़ चल रही हो, वहां शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास की बातें बेमानी लगने लगती हैं।
जलवायु परिवर्तन, साइबर अपराध, डाटा चोरी जैसी नई चुनौतियों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी वैश्विक समस्याओं से निपटने के लिए न्यायपालिका की भूमिका और मजबूत करनी होगी। अंतरराष्ट्रीय कानून और नैतिकता ही मानव सभ्यता के लिए नई लकीर खींच सकते हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत में बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। सम्मेलन में दुनिया भर के मुख्य न्यायाधीश, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश और कानूनविद हिस्सा ले रहे हैं।

