लखनऊ : फर्जी दस्तावेजों से एलडीए प्लॉट बेचने वाले सरगना समेत दो गिरफ्तार
लखनऊ (जनवार्ता)। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने केन्द्रीय सचिवालय के सचिव बनकर लोगों को ठगने वाले एक गिरोह के सरगना अमित कुमार और उसके सहयोगी मुबीन अहमद को लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। यह गिरोह फर्जी दस्तावेजों के जरिए लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) और आवास विकास की जमीनों को बेचकर करोड़ों रुपये की ठगी कर रहा था। STF को सूचना मिली थी कि अमित कुमार खुद को केन्द्रीय सचिवालय का सचिव बताकर लोगों को प्रभावित करता था और फर्जी आधार कार्ड, बैनामा और अन्य दस्तावेजों के सहारे दूसरों की जमीन बेच देता था। ठगी के बाद वह फरार हो जाता था। अभियुक्त पहले भी सरोजनीनगर और विभूतिखंड थानों में जमीन बेचने के मामले में जेल जा चुका है और वर्तमान में हाईकोर्ट से जमानत पर था।
25 अगस्त 2025 को रात 11:30 बजे शहीदपथ पर बने एक्सीडेंटल व्हीकल पार्किंग एरिया से दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से फर्जी आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, विक्रय अनुबंध पत्र, बैनामा की फोटोकॉपी, दो मोबाइल फोन, एक इनोवा गाड़ी (UP-32-NU-8134) जिसमें हूटर लगा था, और एक वॉकी-टॉकी सेट बरामद हुआ। पूछताछ में अमित ने बताया कि उसने वृंदावन योजना में 24,000 वर्ग फीट के एक खाली प्लॉट की जानकारी हासिल की, जो राजीव कुमार और प्रदीप कुमार के नाम थी। उसने आवास विकास कार्यालय से बैनामा की कॉपी निकाली और राजीव कुमार के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवाया। इसके बाद उसने रायबरेली निवासी शिवशंकर सिंह से 8,000 वर्ग फीट जमीन का सौदा 51 लाख रुपये में तय किया और 19 लाख रुपये का चेक अग्रिम लिया। प्रभावशाली दिखने के लिए वह हूटर लगी इनोवा गाड़ी और वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल करता था। मुबीन उसका ड्राइवर और सहयोगी था, जो ठगी के पैसे में हिस्सा लेता था।
गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ गोमतीनगर विस्तार थाने में मुकदमा संख्या 159/2025 के तहत धारा 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340(2) BNSS के तहत मामला दर्ज किया गया है। STF और स्थानीय पुलिस आगे की जांच कर रही है। STF ने लोगों से अपील की है कि जमीन खरीदते समय दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच करें और किसी के प्रभाव में आकर सौदा न करें।