मीरजापुर का नाम बदलकर होगा विन्ध्याचल धाम
मीरजापुर (जनवार्ता)। जिले में गुरुवार को एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। जिला प्रशासनिक समन्वय समिति की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ कि जिले का नाम अब मीरजापुर नहीं, बल्कि विन्ध्याचल धाम होगा। समिति ने इस प्रस्ताव को तत्काल प्रभाव से राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजने का निर्देश दिया है।

मीरजापुर जिला सदियों से माँ विंध्यवासिनी के पवित्र धाम के लिए जाना जाता है। नवरात्रि में यहाँ देश-दुनिया से लाखों श्रद्धालु आते हैं, लेकिन जिले का नाम मीरजापुर मुगलकालीन है, जिसे स्थानीय लोग लम्बे समय से बदलना चाहते थे। 2018 से ही विधायक रत्नाकर मिश्रा, ऊर्जा राज्यमंत्री रामशंकर सिंह पटेल और सामाजिक संगठनों ने इसकी मांग उठाई थी। उनका कहना था कि जब फैजाबाद अयोध्या बन सकता है, तो मीरजापुर क्यों नहीं बन सकता विन्ध्याचल धाम।
हाल ही में सितंबर 2025 में विंध्याचल रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर विन्ध्याचल धाम रेलवे स्टेशन किया जा चुका है। इसके बाद जनता का दबाव और बढ़ गया था। आज की बैठक में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, सभी विधायक और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। बैठक में विन्ध्याचल की धार्मिक-सांस्कृतिक पहचान, पर्यटन की संभावनाओं और विंध्य कॉरिडोर के विकास पर विस्तार से चर्चा हुई। अंत में सभी ने एक स्वर में प्रस्ताव पारित कर दिया।
इस फैसले से विन्ध्याचल धाम की वैश्विक पहचान और मजबूत होगी। पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, श्रद्धालुओं को सुविधा होगी और माँ विंध्यवासिनी की नगरी को उसका वास्तविक गौरव वापस मिलेगा। सोशल मीडिया पर लोगों में खुशी की लहर है। लोग लिख रहे हैं – “अब मीरजापुर नहीं, सिर्फ विन्ध्याचल धाम कहेंगे… जय माँ विंध्यवासिनी!”
प्रस्ताव अब राज्य सरकार से होते हुए केंद्र सरकार जाएगा। मंजूरी मिलते ही यह नाम परिवर्तन आधिकारिक हो जाएगा।

