न्यायालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था का औचक निरीक्षण एसपी ने सुरक्षा तैनाती, लॉकअप व्यवस्था व सतर्कता का लिया जायजा
सोनभद्र (जनवार्ता) । न्यायालय परिसर रॉबर्ट्सगंज में सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती और तैनात पुलिसबल की तत्परता की समीक्षा के लिए पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया। अचानक पहुंचे एसपी ने परिसर के विभिन्न संवेदनशील बिंदुओं का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था की बारीकी से जांच की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों को सतर्क एवं पेशेवर ढंग से ड्यूटी करने के निर्देश दिए।


महत्वपूर्ण बिंदुओं का विस्तृत निरीक्षण-
एसपी वर्मा ने न्यायालय परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार, पार्किंग स्थल, आमजन के आने-जाने वाले मार्ग, सीसीटीवी कवरेज क्षेत्रों तथा बैरिकेडिंग की स्थिति का गहन परीक्षण किया। उन्होंने सुरक्षा-व्यवस्था से जुड़े सभी संवेदनशील स्थलों पर मौजूद व्यवस्थाओं की कार्यक्षमता के बारे में जानकारी ली।

लॉकअप की व्यवस्था और अभियुक्त सुरक्षा की जांच-
निरीक्षण का मुख्य हिस्सा न्यायालय लॉकअप रहा, जहां एसपी ने बंदियों की सुरक्षा व्यवस्था, प्रस्तुतिकरण प्रणाली तथा लॉकअप की भौतिक स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने बंदियों की सुरक्षित एस्कॉर्टिंग में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने का निर्देश दिया।
तैनात पुलिसकर्मियों की सतर्कता की चेकिंग-
ड्यूटी पर तैनात पुलिसबल की उपस्थिति, ड्रेस अनुशासन, सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता और तत्परता की भी बारीकी से जांच की गई। एसपी ने पुलिसकर्मियों से ड्यूटी के प्रति अधिक जागरूक, सतर्क और संवेदनशील रहने को कहा।
सुरक्षा को और मजबूत करने के निर्देश-
निरीक्षण के दौरान एसपी ने न्यायालय परिसर में आने-जाने वालों की कड़ी चेकिंग, संदिग्ध गतिविधियों पर तत्काल कार्रवाई, भीड़ नियंत्रण व्यवस्था को मजबूत करने, संवेदनशील मामलों में अतिरिक्त सुरक्षा-घेरा बढ़ाने तथा सीसीटीवी निगरानी को नियमित रूप से मॉनिटर करने जैसे महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
ढिलाई बर्दाश्त नहीं—एसपी.
एसपी वर्मा ने कहा कि न्यायालय परिसर अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र है और यहां सुरक्षा में किसी भी प्रकार की ढिलाई स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को मुस्तैदी, संयम और पेशेवर तरीके से अपने दायित्वों का निर्वहन करने की हिदायत दी। निरीक्षण के अंत में एसपी ने कर्मचारियों को सुरक्षा व्यवस्था को सदैव उच्चतम स्तर पर बनाए रखने की आवश्यकता दोहराई।

