बरेका में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की छमाही बैठक सम्पन्न

बरेका में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की छमाही बैठक सम्पन्न

“बनारस दर्पण” ई-पत्रिका का हुआ लोकार्पण

rajeshswari

वाराणसी (जनवार्ता)। बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) के राजभाषा विभाग द्वारा नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) की छमाही बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता नराकास अध्यक्ष एवं बरेका के महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने की।

श्री सिंह ने कहा कि वाराणसी ने हिंदी भाषा को समृद्ध करने में विशेष योगदान दिया है। उन्होंने सभी सरकारी कार्यालयों से आह्वान किया कि वे जनता की भाषा हिंदी में कार्य करें, जिससे प्रशासनिक कामकाज अधिक प्रभावी और लोकसेवा परक बन सके।

उन्होंने तकनीकी क्षेत्र में मौलिक लेखन को हिंदी में विकसित करने पर बल देते हुए कहा कि “विकसित भारत” के निर्माण में हिंदी की भूमिका अहम है। उन्होंने सभी विभागों से अपने-अपने क्षेत्र के तकनीकी लेख बरेका द्वारा प्रकाशित ई-पत्रिका “बनारस दर्पण” में भेजने का अनुरोध किया। साथ ही उन्होंने संसदीय राजभाषा समिति के निर्देशों के अनुपालन और अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में सक्रिय भागीदारी का आग्रह भी किया।

मंडल रेल प्रबंधक, वाराणसी विनीत कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि राजभाषा के प्रचार-प्रसार हेतु अधिक से अधिक विचार गोष्ठियों का आयोजन किया जाना चाहिए।

विमानपत्तन प्राधिकरण के निदेशक श्री पुनीत गुप्ता ने तकनीकी लेखन को हिंदी में उपलब्ध कराने की आवश्यकता बताई। वहीं, केंद्रीय सचिवालय हिंदी परिषद के प्रतिनिधि सुरेश कुमार श्रीवास्तव ने सभी कार्यालयों से राजभाषा नीति का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।

बैठक में “बनारस दर्पण” ई-पत्रिका का विधिवत लोकार्पण भी किया गया। इससे पूर्व बरेका के मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं नराकास उपाध्यक्ष प्रवीण कुमार ने सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया और बरेका द्वारा राजभाषा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए किए जा रहे रचनात्मक प्रयासों की जानकारी दी।

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बैठक का संचालन समिति के सदस्य सचिव एवं बरेका के वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी डॉ. संजय कुमार सिंह ने किया। उन्होंने भारत सरकार द्वारा निर्धारित वार्षिक कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न मदों में हुई प्रगति से उपस्थित सदस्यों को अवगत कराया।

इस अवसर पर केंद्रीय कार्यालयों, निगमों और स्वायत्तशासी संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में भाग लिया और अपने विचार साझा किए।

Shiv murti

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