जैसलमेर: चलती बस में भीषण आग लगने से 10-12 यात्रियों के मौत की आशंका
16 घायल, कई गंभीर
जैसलमेर : राजस्थान के जैसलमेर जिले में जोधपुर जा रही एक निजी एसी स्लीपर बस में अचानक लगी आग ने यात्रियों में अफरा-तफरी मचा दी। हादसे में 10 से 12 लोगों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है, जबकि 3 बच्चों और 4 महिलाओं समेत 16 यात्री गंभीर रूप से झुलस गए। सभी घायलों को जैसलमेर के जवाहिर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां से कई को जोधपुर रेफर किया गया।
घटना मंगलवार दोपहर करीब 3:30 बजे जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर थईयात गांव के पास घटी। बस में कुल 57 यात्री सवार थे, जो रोजाना की तरह दोपहर 3 बजे जैसलमेर से रवाना हुई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस के पिछले हिस्से से अचानक धुआं उठने लगा। चंद मिनटों में ही आग ने पूरे वाहन को लपेट लिया। यात्रियों ने जान बचाने के लिए खिड़कियां तोड़कर और दरवाजे से कूदकर भागने की कोशिश की, लेकिन आग की तेज लपटों और घने धुएं के कारण कई लोग फंस गए।
स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों ने तुरंत मदद का हाथ बढ़ाया। तीन एंबुलेंसों की सहायता से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। फायर ब्रिगेड की टीम ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या इलेक्ट्रिकल फॉल्ट को आग का कारण बताया जा रहा है, लेकिन विस्तृत जांच जारी है।
उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए स्थानीय प्रशासन को तत्काल राहत और इलाज के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ट्वीट में कहा, “यह घटना अत्यंत दुखद है। पीड़ितों को हर संभव मदद सुनिश्चित की जाएगी।” कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने भी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने इस हादसे पर दुख जताया है, जिसमें विडियो और फोटो शेयर कर घटना की भयावहता बयां की गई।
यह हादसा सड़क परिवहन की सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि पुरानी बसों की नियमित जांच और अग्निशमन उपकरणों की अनुपस्थिति ऐसी घटनाओं को बढ़ावा दे रही है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को मुआवजे की घोषणा का आश्वासन दिया है। फिलहाल, हाईवे पर यातायात सामान्य हो गया है, लेकिन यात्रियों में डर का माहौल बना हुआ है।