कानपुर में ऑनलाइन गेमिंग/लॉटरी घोटाले का भंडाफोड़
वाराणसी के रहने वाले दो सगे भाई गिरफ्तार
वाराणसी (जनवार्ता) : उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने कूटरचित दस्तावेजों का उपयोग कर ऑनलाइन गेमिंग और लॉटरी घोटाला चलाने वाले संगठित गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को कानपुर नगर से गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सोमवार को किदवई नगर थाना क्षेत्र में की गई।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान रजत केशरी (25 वर्ष) और किशन केशरी (23 वर्ष), दोनों सगे भाई, के रूप में हुई है। ये मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले हैं और वर्तमान में कानपुर के किदवई नगर में रह रहे थे। इनके कब्जे से 5 मोबाइल फोन, 3 लैपटॉप, 3 एटीएम कार्ड, 2 पैन कार्ड, 3 आधार कार्ड (एक नकली), और 31 स्क्रीनशॉट्स सहित अन्य सामग्री बरामद की गई।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि https://playbhagyalaxmi.net.in/ वेबसाइट के जरिए यह गिरोह उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में अवैध ऑनलाइन गेमिंग और लॉटरी चला रहा था। अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वे अपने मौसा महेंद्र केशरी के साथ मिलकर 2022 से पुणे में इस गैरकानूनी धंधे में शामिल थे। यह गिरोह नकली दस्तावेजों के जरिए सिम कार्ड खरीदता और व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को दस गुना मुनाफे का लालच देकर ठगी करता था। टिकट बुकिंग के बाद सॉफ्टवेयर के जरिए कम खरीदे गए नंबर को विजेता घोषित कर धोखाधड़ी की जाती थी।
यह गिरोह वाराणसी, जौनपुर, चंदौली, प्रयागराज, कानपुर और अन्य राज्यों में सक्रिय था। इससे राज्य सरकार को करोड़ों रुपये की राजस्व हानि हुई है। गिरोह के अन्य सदस्यों, जिनमें महेंद्र केशरी, संदीप कटारिया, शिवम केशरी, सत्यम केशरी, और संदीप पाठक शामिल हैं, की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
एसटीएफ ने इस मामले में किदवई नगर थाने में मुकदमा संख्या 229/2025 दर्ज किया है, जिसमें बीएनएस की धारा 3(5), 61(2), 318, 319, 336, 336(3), 340(2) और आईटी एक्ट की धारा 66सी, 66डी के तहत कार्रवाई की जा रही है। बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का फॉरेंसिक परीक्षण किया जाएगा।
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह के नेतृत्व में यह कार्रवाई साइबर क्राइम के खिलाफ बड़ी सफलता मानी जा रही है। स्थानीय पुलिस आगे की विधिक कार्रवाई कर रही है।