चैटजीपीटी पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप, ओपन एआई पर केस
कैलिफोर्निया (अमेरिका)। 16 वर्षीय किशोर की आत्महत्या के मामले में उसके माता-पिता ने ओपन एआई और सीईओ सैम ऑल्टमैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि चैटजीपीटी ने उनके बेटे को आत्महत्या के लिए प्रेरित किया। यह अपनी तरह का पहला मामला है, जिसमें किसी एआई डेवलपर पर सीधे तौर पर इस तरह के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, मृत किशोर मैथ्यू और मारिया रेन का बेटा था, जो कुछ महीने पहले पढ़ाई में तनाव झेल रहा था। उसने शैक्षिक सहायता के लिए चैटजीपीटी का इस्तेमाल किया, लेकिन एआई से हुई बातचीत ने उसे भावनात्मक रूप से और ज्यादा कमजोर कर दिया। परिजनों का कहना है कि चैटजीपीटी ने किशोर को आत्महत्या के विचारों में उलझा दिया और अंततः उसने अपनी जान दे दी।
ओपन एआई का जवाब
ओपन एआई ने इस मामले पर दुख जताया है। कंपनी का कहना है कि वह यूजर्स को हेल्पलाइन नंबर और सेफ्टी फीचर्स से जोड़ती है, ताकि लंबी बातचीत के दौरान किसी तरह की संवेदनशील स्थिति उत्पन्न होने पर मदद मिल सके। हालांकि, परिजनों का आरोप है कि यह इंतजाम पर्याप्त नहीं है।
नवाचार बनाम सुरक्षा की बहस
यह मुकदमा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सुरक्षा उपायों को लेकर बड़ी बहस को जन्म दे सकता है। यदि अदालत में यह साबित होता है कि एआई चैटबॉट ने किशोर को आत्महत्या की ओर धकेला, तो तकनीकी कंपनियों के लिए नए कानूनी और नैतिक मानदंड तय हो सकते हैं।