डेंटिस्ट को दांतों में करना था काम, ब्रेन में किया छेद
नई दिल्ली। तुर्की के बर्सा के रहने वाले 40 वर्षीय रमज़ान यिलमाज़ नियमित दांत निकलवाने के लिए एक निजी डेंटल क्लिनिक में गए थे। प्रारंभिक जांच के बाद, डेंटिस्ट ने निकाले गए दांतों के रिप्लेसमेंट के रूप में डेंटल इंप्लांट्स का सुझाव दिया। हालांकि, द मेट्रो न्यूज़ के अनुसार, डेंटल इंप्लांट्स के दौरान कुछ चिंताजनक हुआ।
यिलमाज़ ने दावा किया कि डेंटिस्ट को मुश्किल हो रही थी और इंप्लांट पेंच को उसके जबड़े की हड्डी के माध्यम से ब्रेन और स्पाइनल फ्लुएड जैसे संवेदनशील क्षेत्रों के पास क्रेनियल कैविटी में घुसा दिया।
यिलमाज़ ने कहाकि सर्जरी के दौरान उसे तेज दर्द महसूस हुआ और परेशान करने वाली कर्कश आवाज सुनाई दी। उसका कहना है कि जब उसने अपनी चिताएं जाहिर की तो डेंटिस्ट ने कथित तौर पर इसे सामान्य कहकर टाल दिया।
यिलमाज ने कहा, ‘मेरे दांत निकालने और इंप्लांट प्रक्रिया करते समय, उन्होंने अपने सेक्रेट्री को सूचित किया कि वह जिस डिवाइस का इस्तेमाल कर रहे थे उसमें गड़बड़ी थी। फिर वह प्रक्रिया को मैन्युअल रूप से करने के लिए आगे बढ़ा और जब उसने पेंच लगाने की कोशिश की तो मैंने देखा कि वह अत्यधिक ताकत लगा रहा था।’
यिलमाज ने द मेट्रो को बताया, ‘मैंने डेंटिस्ट से कहा कि मैंने हड्डी चटकने की आवाज सुनी। लेकिन उन्होंने मुझे भरोसा दिलाया कि यह सामान्य बात है। जब मैं दर्द से चिल्लाया, तो उन्होंने आखिरकार एक्स-रे लिया।’
गलती के बाद, डेंटिस्ट यिलमाज को नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचा और फिर वहां से चला गया। अस्पताल की टीम ने तुरंत सीटी स्कैन किया, जिससे पता चला कि कितनी बड़ी गलती हुई थी। गलत तरीके से लगाए गए इम्प्लांट से छुटकारा पाने के लिए यिलमाज़ को लंबी सर्जरी से गुजरना पड़ा। सर्जरी सफल रही और उनकी हालत अब बेहतर हो रही है।’
यिलमाज़ ने कहा, ‘ऑपरेशन से पहले, उन्होंने मुझे चेतावनी दी कि मेरी जान जा सकती है। मैंने अपने बच्चों से अलविदा कहा। शुक्र है, मैं सर्जरी से सुरक्षित बाहर आ गया।’
यिलमाज़ अब डेंटिस्ट, (जिसका रिपोर्टों में एडी नाम बताया गया है), के खिलाफ अदालत में रहे हैं। माना जाता है कि एडी ने कहा कि यह उनकी गलती नहीं है और इसके लिए उन्होंने एक मेडिकल प्रॉबलम को जिम्मेदार ठहराया।