मां ने दो महीने की बेटी को मार डाला:पहले कहा,पकड़े जाने पर बोली-बेटी नहीं चाहती थी
झांसी। झांसी में मंगलवार को मां के दो रूप देखने को मिले। एक मां ने अपनी दो माह की बेटी को इसलिए मार डाला कि क्योंकि वह बेटी नहीं चाहती थी। बेटी हुई तो परेशान रहने लगी। मौका लगते ही उसने बेटी को नाले में जिंदा फेंककर हत्या कर दी।
वहीं, एक दूसरी मां ने अपनी बेटी के खातिर ही डीएम ऑफिस के बाहर तेल छिड़ककर आत्मदाह करने की कोशिश की। उसकी 17 साल की बेटी 18 दिन से लापता है। पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट होकर उसने अपनी जान देने की कोशिश की।
कातिल मां ने बचने के लिए बिल्ली की झूठी कहानी बनाई
पहली घटना 15 जनवरी की है। पूंछ के नई बस्ती मोहल्ला निवासी नसरुद्दीन की 2 महीने की बेटी रिया उर्फ बिट्टो घर से अचानक लापता हो गई। पिता दुकान पर काम करने गए थे।
तब मां रिजवाना ने पुलिस को बताया था,”मेरे दो बच्चे हैं। रिया और एक साल का बेटा रियाज। दोनों की मालिश करके उन्हें बिस्तर पर लिटा दिया। फिर मैं शौच के लिए घर के बगल में नाले के पास चली गई। 10 मिनट बाद लौट कर आई तो बेटी नहीं थी।” उसने यह भी कहा कि जब शौच के लिए गई तो कमरे में बिल्ली भी थी। लौटी तो बिल्ली भी नहीं मिली। लगता है कि बेटी को वही बिल्ली उठाकर ले गई।
बेटी को जिंदा ही नाले में फेंका
चूंकि घर के पीछे जंगल था। पुलिस ने वन विभाग की टीम के साथ बच्ची की तलाश की। अगले दिन 16 जनवरी को जिस नाले के पास मां शौच के लिए गई थी, उसी नाले में बच्ची की लाश बरामद हुई। पुलिस को परिजनों पर ही शक हुआ। पुलिस ने एक-एक करके परिजनों से पूछताछ शुरू की।
इससे मां रिजवाना डर गई। रिजवाना ने अपनी बहन शकीला को बताया, ”मैंने ही अपनी बेटी को जिंदा नाले में फेंका था। मुझे बचा लो, मुझसे गलती हो गई।” पुलिस ने रिजवाना को गिरफ्तार कर लिया है।
रिजवाना ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि नसरुद्दीन से उसकी दूसरी शादी थी। वह लड़की नहीं चाहती थी। दो महीने पहले बेटी हुई तो मन उदास हो गया। बेटी का पालन-पोषण नहीं कर पा रही थी। मानसिक रूप से परेशान होकर बेटी की हत्या की है।
अब एक दूसरी मां की कहानी, जो बेटी नहीं मिली तो मरना चाहती थी
दूसरा मामला झांसी के उन्नाव गेट बाहर का है। 30 दिसंबर को 17 साल की प्रिया साहू घर से कोचिंग के लिए निकली थी। रास्ते से उसको कुछ लोगों ने अगवा कर लिया। काफी खोजबीन के बाद लड़की का सुराग नहीं लगा। मां दीपिका साहू ने कोतवाली थाने में FIR कराई और CM पोर्टल पर भी की गई।
अपहरण करने वाले लड़के का नाम तक पुलिस को दे दिया। लेकिन 18 दिन बाद पुलिस लड़की को नहीं ढूंढ पाई। पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट मां दीपिका साहू मंगलवार को DM ऑफिस के बाहर पहुंची। मां ने तेल डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की। लेकिन लोगों ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस बल मौके पर पहुंच गया।
दोनों अपने मोबाइल घर पर छोड़ गए
SSP राजेश एस. ने कहा कि शिकायत आते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी। लड़का और लड़की दोनों अपने मोबाइल घर पर छोड़ गए हैं। लड़के के परिजनों को थाने बुलाकर कई बार पूछताछ की जा चुकी है। साथ ही पुलिस रिश्तेदारियों में भी छापेमारी कर रही है। पुलिस टीमें लगी हैं। जल्द ही लड़की को बरामद कर लिया जाएगा।