वनकर्मियों की पिटाई से घायल आदिवासी की हो गई मौत

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पिता की मौत पर पुत्र ने पुलिस को तहरीर देकर इंसाफ की लगाई गुहार
सोनभद्र (जनवार्ता)। स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत रेणुका पार के ग्राम पंचायत पनारी के टोला खाड़र के रहने वाले शिवकुमार गोड़ ने थाने में तहरीर देकर अपने पिता की मौत को लेकर न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस को दी गई तहरीर में शिवकुमार गोंड ने बताया है कि बीते 13 फ़रवरी की दोपहर घर से कुछ दूरी पर मौजूद घुमतहवा के जंगल में उनके पिता रामबरन गोंड बकरी चरा रहे थे।दोपहर करीब डेढ़ बजे मौके पर पहुंचे तीन वन कर्मी वन दरोगा सियाराम चौबे, प्रेमचंद पटेल तथा दिनेश यादव उनके पिता रामबरन को गाली देना शुरू कर दिए।जब उनके पिता ने गाली देने का विरोध किया तो सभी वन कर्मियों ने पिता रामबरन की बेरहमी से पिटाई कर दी। मौके पर मौजूद अन्य चरवाहों ने वन कर्मियों की मिन्नतें कर मौके से रामबरन को उनके चंगुल से छुड़ाया।घटना के बाद सभी वन कर्मी बुरी तरह से घायल रामबरन को जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए। बताया की मौके पर मौजूद लोगो ने गंभीर रूप से घायल रामबरन का गाँव में ही इलाज कराया। घायल की हालत खराब होने पर परिजन रामबरन को इलाज के लिए चोपन स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराये।जहा हालत में सुधार न होने पर परिजन उन्हें लेकर उरमौरा स्थित एक निजी अस्पताल ले गए।वहां पर भी राहत नहीं मिलने पर परिजन उन्हें चंदौली स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराये। जहां डाक्टरों ने उन्हें इलाज के लिए वाराणसी स्थित बीएचयू में भर्ती कराने की सलाह दी।वही बीते 24 फ़रवरी को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। परिजन ने बताया कि उसके बाद वह मृतक के शव को लेकर अपने गांव पहुंचे और उनके शव को घर के पास ही खेत मे दफना दिया।परिजनों ने सोमवार को स्थानीय थाने में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया है। मामले में प्रभारी निरीक्षक देवीवर शुक्ला ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है,जांच के पश्चात जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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